नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सीबीआई के निदेशक पद पर आलोक वर्मा को बहाल करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि वर्मा को अधिकारों से वंचित करने की सलाह देने वाले लोगों के विरुद्ध पीएम मोदी को कड़ी कार्रवाई करना चाहिए.
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स्वामी ने संसद भवन परिसर में मौजूद प्रेस वालों से कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का मैं पूर्णतः स्वागत करता हूं. अलोक वर्मा जैसे ईमानदार अधिकारी का इस प्रकार अपमान करना दुर्भाग्यपूर्ण था. स्वामी ने कहा है कि शीर्ष अदालत का यह फैसला सरकार के लिये करारा झटका जरूर है, क्योंकि वर्मा को कार्यमुक्त करने का फैसला सरकार द्वारा लिया गया था. सरकार को इसमें निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना था.
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हालांकि, स्वामी ने प्रधानमंत्री की ईमानदारी को शक से परे बताते हुए कहा है कि ‘मेरा प्रधानमंत्री के साथ पत्रों के जरिए प्रत्यक्ष संवाद होता रहता है. उसीके आधार पर मेरा पूरा भरोसा है कि भ्रष्टाचार के हर मामले में वे बिल्कुल साफ हैं. राज्यसभा सदस्य स्वामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री को उपलब्ध कराए गए तथ्यों की इतनी गहराई में जाने की, उनसे गुंजाईश नहीं रखी जा सकती है. इसलिये उन्हें उपलब्ध कराई गई जानकारी और तथ्य अगर गलत साबित होते हैं, तो इन्हें उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
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