अभिव्यक्ति की आज़ादी है, लेकिन कुछ भी लिखने से पहले दो बार सोचना- राष्ट्रपति
अभिव्यक्ति की आज़ादी है, लेकिन कुछ भी लिखने से पहले दो बार सोचना- राष्ट्रपति
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कोलंबो: श्रीलंका के 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंगलवार को राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने अभिव्यक्ति की आज़ादी समेत द्वीपीय राष्ट्र में लोकतंत्र के रक्षा का लोगों को यकीन दिलाया. समाचार पत्र कोलंबो गजट के मुताबिक, कोलंबो में इंडिपेंडेंस स्क्वेयर से देश को संबोधित करते हुए राजपक्षे ने कहा कि श्रीलंका एकमात्र देश है, जिसमें मीडिया सहित सभी के लिए अभिव्यक्ति की आज़ादी होगी. 

राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने कहा है कि उनकी सरकार न ही विपक्षी आवाजों को दबाएगी और न ही न्यायपालिका के काम में दखल देगी. उन्होंने इस बात को भी उजागर किया कि गलत जानकारी फैलाने के लिए सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. गोटाबाया ने ऑनलाइन कुछ भी पोस्ट करने से पहले लोगों से दो बार सोचने का आग्रह किया है. 

समाचार पत्र कोलंबो पेज ने कहा कि इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस का थीम 'ए सिक्योर नेशन- ए प्रॉस्परस कंट्री' रखा गया है. राष्ट्र को संबोधित करने से पहले राजपक्षे ने इंडिपेंडेंस स्क्वेयर पर ध्वजारोहण कर सलाम ली. चार फरवरी, 1948 को ब्रिटिश शासन से श्रीलंका को मिली आज़ादी की याद के तौर पर इंडिपेंडेंस स्क्वेयर का निर्माण किया गया था. 

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