नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से देश में जाति आधारित जनगणना का मुद्दा काफी तूल पकड़ रहा है। इस मामले में बहुत राजनीती और बयानबाजी हो रही है। इस मुद्दे पर बयान देने वाले नातों की सूचि में अब समाजवादी नेता शरद यादव भी शामिल हो गए है।
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वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने हाल ही में दिए होने एक बयान में कहा है कि देश के हीत में अब जनगणना में सभी जातियों की गणना की जानी चाहिए। हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जनगणना में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की पृथक गणना किए जाने के फैसले का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस फैसले से सहमत नहीं है। उनका कहना है कि जनगणना में हर जाति को शामिल करने के बाद ही प्रत्येक समुदाय की वास्तविक संख्या का पता चल सकेगा।
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शरद यादव ने यह भी कहा कि कहा कि जनगणना में हर जाति को शामिल करने से सरकार को अपनी योजनाओं की रूपरेखा तय करने में भी काफी आसानी होगी। इसके साथ ही फर्जी जाती पत्र बना कर सरकारी योजनाओं और जातिगत आरक्षण का फायदा उठाने वालो का भी खुलासा होगा एवं उन पर लगाम कसेगी। गौरतलब है कि 2021 की जनगणना में भारत में ऐसा पहली बार होगा जब अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) से संबंधित आंकड़े भी जनगणना के दौरान एकत्रित किये जाएंगे। माना जा रहा है कि इन आकड़ो का इस्तेमाल 2019 के लोकसभा चुनावों में किया जा सकता है।
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