ऐसे तय किया था श्री सत्य साईं ने ठग से लेकर भगवान बनने तक का सफर
ऐसे तय किया था श्री सत्य साईं ने ठग से लेकर भगवान बनने तक का सफर
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आप सभी इस बात से वाकिफ होंगे कि भारत आस्था और धर्म का देश है और यहां अक्सर ही धर्म इंसानियत पर हावी हो जाती है. ऐसेमे यह सही है या गलत यह कहना बहुत मुश्किल होता है. हम सभी जानते हैं कि 21वीं सदी में किसी को भगवान के रूप में पूजना कई बार हमारे दिमाग को झकझोर देता है लेकिन भारत में आज भी तमाम विज्ञान और विकास के बाद भी आम आदमी का भगवान बनना जारी है और इन्हीं भगवानों में से एक थे श्री सत्य साईं बाबा. सत्य साईं बाबा का जन्म 23 नवम्बर को हुआ था और वह किसी के लिए भगवान तो किसी के लिए ठग बनकर रहे थे.

बताया जाता है पुट्टपर्थी वाले श्री सत्य साईं किसी के तो भगवान थे पर किसी के लिए मात्र धोखेबाज ठग के रूप में विराजित होते थे. श्री सत्य साईं बाबा ने अपने जीवन में कई ऐसे कार्य किए जिनकी वजह से लोग उन्हें भगवान समझने लगे थे और उनकी पहुंच बढ़ी तो लोग उनकी पूजा भी करने के लिए तैयार हो गये थे और उन्हें पूजते थे. यहाँ तक की उनका मंदिर भी बनाया गया. वहीं केवल देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनके भक्तों की संख्या बढ़ने लगी. वहीं इन सब के बीच कई लोगों को एक आदमी का भगवान बन जाना रास नहीं आया और उन्होंने सत्य साईं बाबा को धोखेबाज और ठग बताना शुरू कर दिया. आप सभी को यह भी बता दें कि श्री सत्य साईं बाबा जीवन भर आध्यात्मिक और समाजसेवी व्यक्ति के साथ ही विवादित व्यक्तित्व के रूप में भी चर्चाओं में रहे वहीं उनके धार्मिक और सामाजिक कार्यों के कारण जितने लोग उनके होते गए उतने ही लोग ही उन पर आरोप भी लगाने लगे. जी हाँ, भारत सहित विश्व के अनेक देशों में उनके द्वारा तमाम स्कूल, अस्पताल सहित कई कल्याणकारी संस्थाएं स्थापित की गईं लेकिन साथ ही उन पर व्यभिचार के आरोपों सहित लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने के भी आरोप लगाए गए जो उन्हें कभी रास नहीं आया.

आजकल लोग कहते हैं भगवान को भगवान होने का प्रमाण देना पड़ता है और भारत में भगवान होने का प्रमाण चमत्कार माना जाता है इस वजह से श्री सत्य साईं बाबा को भी चमत्कारों के बाद भगवान माना गया. उन्होंने बहुत तरह के चमत्कार किए और उन चमत्कारों में से सबसे अधिक चर्चित था उनका भक्तों के ऊपर भभूत गिराना. एक समय तह जब बाबा का दावा था कि उनके हाथों में से जादुई भभूत निकलती है जो भक्तों का कल्याण करती है और ऐसा होता भी था. अब बाबा हमारे बीच नहीं है लेकिन सभी कि स्मृतियों में वह हमेशा जीवित हैं.

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