देवी देवताओं के चित्रों को कार्यालयों में न लगाने का शिवसेना ने किया विरोध
देवी देवताओं के चित्रों को कार्यालयों में न लगाने का शिवसेना ने किया विरोध
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मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन नहीं करने के निर्णय के बाद अब शिवसेना भाजपा की आलोचना में लगी है। दरअसल शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से भाजपा पर टिप्पणी की है। इस दौरान शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी सुविधा के अनुसार हिंदुत्व के एजेेंडे को भूल गई है।

शिवसेना ने राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सरकार के सर्कुलर पर हमला किया। गौरतलब है कि इस सर्कुलर का विरोध करते हुए शिवसेना ने कहा कि सर्कुलर में आदेश है कि विद्यालयों और कार्यालयों में देवी देवताओं की तस्वीरों के प्रदर्शन पर रोक लगाई जाए मगर यह गलत है।

उन्होंने सर्कुलर का हवाला देते हुए मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा कि हिंदुत्व और भगवान राम के मंदिर के नाम पर सत्ता में आने का प्रयास कर रहे हैं वे गंगा नदी के पानी को बोतल में बंद कर बेच रहे हैं लेकिन इसके बाद भी उन्हें यह अच्छा नहीं लगता कि स्कूलोें, काॅलेजों और कार्यालयों में देवी देवताओं के चित्रों का पूजन न किया जाए। सामना में लिखा गया है कि महान शासक छत्रपति शिवाजी ने कभी भी धर्म के साथ राजनीति नहीं की।

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