मॉस्को: यूक्रेन पर हमला कर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने ही देश में बुरी तरह घिर गए हैं. अपने घर में ही पुतिन का जबरदस्त विरोध शुरू हो गया है. न्यूज एजेंसी के अनुसार, पुतिन के खिलाफ रूस के 54 शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिनमें 1,700 से अधिक लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. जैसे ही पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया, वैसे ही रूस में सोशल मीडिया पर इसका विरोध भी शुरू हो गया.
गुरुवार सुबह से ही सोशल मीडिया पर में लोग पुतिन के फैसले की आलोचना कर रहे हैं. रूसी लोग इसे 1979 में अफगानिस्तान में सोवियत के हमले के बाद अब तक सबसे बड़ा हमला कह रहे हैं. हालांकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसे हमला न बताकर सैन्य कार्रवाई कह रहे हैं. पुतिन का कहना है कि वे पूर्वी यूक्रेन के लोगों को 'नरसंहार' से बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. मॉस्को की एक्टिविस्ट तात्याना उस्मानोवा ने फेसबुक पर लिखा कि वो ये सब सपना देख रही हैं, मगर जब उन्होंने सुबह साढ़े 5 बजे यूक्रेन पर हमले की खबर देखी तो दंग रह गईं.
उन्होंने कहा कि ये अपमान अब हमारे साथ हमेशा रहेगा. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि, 'मैं यूक्रेन के लोगों से क्षमा मांगना चाहती हूं. जिसने युद्ध की शुरुआत की, हमें उसे वोट नहीं देना चाहिए था.' यूक्रेन पर हमले को रोकने के लिए रूसी नागरिक पुतिन को खुला खत लिख रहे हैं, साथ ही ऑनलाइन पिटीशन पर भी साइन कर रहे हैं.
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