कोलकाता : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डाॅ. मोहन भागवत ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। हालांकि इस बार उन्होंने आरक्षण के मसले पर कुछ भी नहीं कहा है मगर उन्होंने विवादित श्री रामजन्मभूमि को लेकर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि श्रीराम मंदिर का निर्माण जल्द ही किया जाएगा। मंदिर के निर्माण का मार्ग तय हो गया है। बहुत ही जल्द भव्य श्री राम - मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा।
कोलकाता में आयोजित किए गए राम - शरद कोठारी प्रतिभा सम्मान समारोह के कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख पहुंचे थे। जहां डाॅ. भागवत द्वारा यह बात कही गई। इस दौरान उनहोंने कहा कि वे अपने जीवनकाल में अयोध्या में राम मंदिर देख सकेंगे। उनका कहना था कि संस्कृति ही उनकी पहचान है।
विविधता में एकता ही सभी की विशेषता है। आदिगंगा और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के विरूद्ध हुए अत्याचार को अंतर्राष्ट्रीय मंच सामने रखने वाले चिकित्सक डाॅक्टर मोहित राय को सम्मानित किया गया। डाॅ. मोहन भागवत के बयान के बाद इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।
यह बात भी सामने आई है कि भविष्य में राम मंदिर के निर्माण हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर आरएसएस राम मंदिर के मसले पर दबाव भी बना सकती है। हालांकि सरकार द्वारा बार - बार सहिष्णुता कायम रखने की बात की जाती है और मामला शांत हो जाने के बाद हर बार असहिष्णुता के मसले उठने लगते हैं।
कोलकाता के साईंस सिटी प्रेक्षागार में आयोजित किए गए समारोह में वामपंथी विद्यार्थियों द्वारा विरोध संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत का विरोध जताया गया। इसके बाद वे विरोध वाले स्थल पर पहुंचे। इस दौरान विद्यार्थियों और पुलिस के बीच भी धक्का - मुक्की होती रही।