RIL ले सकती है, आलोक इंडस्ट्रीज के लिए 5000 करोड़ रुपये का लोन
RIL ले सकती है, आलोक इंडस्ट्रीज के लिए 5000 करोड़ रुपये का लोन
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रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) बैंकरप्सी कोड के जरिये बिक रही टेक्सटाइल कंपनी आलोक इंडस्ट्रीज की खरीदारी के लिए 5,000 करोड़ रुपये के लॉन्ग टर्म लोन लेना चाहती है और इसके लिए वह तीन बैंकों से बात कर रही है। RIL के प्लान की जानकारी रखने वाले चार सूत्रों ने बताया कि कंपनी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), HDFC बैंक और ICICI बैंक से लोन लेना चाहती है। वह अपना पैसा आलोक इंडस्ट्रीज में नहीं लगाना चाहती है जिसे उसने इस वर्ष मार्च में नैशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) के पास चले प्रोसेस में हासिल किया था। मार्केट कैप के हिसाब से देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का बिजनस ऑयल, टेक्सटाइल, रिटेल और टेलिकॉम सेक्टर में है। NCLT की अहमदाबाद बेंच ने आलोक इंडस्ट्रीज की खरीदारी के लिए मार्च में JM फाइनैंशल ऐसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ मिलकर RIL की तरफ से दी गई 5,050 करोड़ रुपये की बिड को मंजूरी दी थी। RIL-JM ARC की बिड आलोक इंडस्ट्रीज की 4,500 करोड़ रुपये की लिक्विडेशन वैल्यू से थोड़ी अधिक थी। हालांकि, कंपनी को लेकर चल रही मुकदमेबाजी के चलते बैंक अब भी अपनी बकाया रकम मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

एक सूत्र ने कहा, 'RIL कंपनी में अपना पैसा नहीं लगाना चाहती है। उसने बैंकों से लोन लेकर पेमेंट करने का फैसला किया है। कंपनी SBI, HDFC और ICICI बैंक से बात कर रही है जिस कारण से भी देरी हो रही है। हमने प्रोसेस में तेजी लाने के लिए NCLAT से भी संपर्क किया है और कंपनी को पेमेंट जल्द करने के लिए पत्र लिखा है।' लीड बैंक SBI ने जून 2017 में कंपनी के विरुद्ध इनसॉल्वेंसी प्रोसीडिंग्स शुरू की थी। आलोक का लोन उन 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा बकाए वाले 12 एनपीए में मौजूद था जिन्हें आरबीआई ने NCLT के पास भेजने के लिए बैंकों से कहा था। सिलवासा की आलोक इंडस्ट्रीज कॉटन और पॉलिएस्टर सेगमेंट कारोबार में दखल रखनेवाली फुली इंटीग्रेटेड कंपनी है। कंपनी पर लेंडर्स का कुल 30,000 करोड़ रुपये का बकाया है जिसको देखते हुए बैंकों को 83% हेयरकट लेना पड़ रहा है। दूसरे सूत्र ने कहा, 'SBI ने इस लोन के लिए 1,800 करोड़ रुपये सैंक्शन किए थे। ICICI और HDFC ने इस मामले में अब तक फैसला नहीं किया है। RIL की क्रेडिट टॉप रेटिंग वाली है और ये बैंक कंपनी को पहले भी सपॉर्ट करते रहे हैं। देखते हैं कि वे फैसला लेने में कितना समय लेते हैं।'

दिलचस्प बात यह है कि HDFC बैंक या ICICI बैंक में कोई भी आलोक इंडस्ट्रीज की वेबसाइट पर फाइनैंशल क्रेडिटर के तौर पर लिस्टेड नहीं है। SBI, ICICI, HDFC बैंक और RIL के स्पोक्सपर्सन में से किसी से भी ईमेल से पूछे गए सवालों का जवाब खबर लिखे जाने नहीं मिल पाया था। कुछ सरकारी बैंक RIL को लोन देने से हिच किचा रहे हैं क्योंकि लोन के लिए उसने गारंटी देने से इनकार कर दिया है।

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