नई दिल्ली : शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड की सुनवाई करते हुये कुछ लोगों को नोटिस जारी कर दिये है। इनमें बिहार सरकार के अलावा राज्य सरकार के मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव, शहाबुद्दीन के साथ ही सीवान शहर के एसपी, थानेदार और सीबीआई भी शामिल है।
कोर्ट ने इन सभी से यह कहा है कि वे दो सप्ताह के भीतर कोर्ट में अपने जवाब पेश करें। गौरतलब है कि सीवान के पत्रकार रंजन की हत्या बीती मई में कर दी गई थी। मालूम हो कि राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन पिछले दिनों ही भागलपुर जेल से जमानत पर छूटकर आये थे। शहाबुद्दीन पर भी पत्रकार रंजन की हत्या का आरोप है।
जेल से जमानत पर आने के बाद ही पत्रकार रंजन की पत्नी आशा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर उसकी जमानत को रद्द करने की मांग की है। पत्रकार की हत्या के मामले में शहाबुद्दीन के अलावा मोहम्मद कैफ और जावेद भी जिम्मेदार माने गये है।
पिछले दिनों जब शहाबुद्दीन बाहर आया था, तभी से बिहार सरकार पर उंगलियां उठना शुरू हो गई थी वहीं शहाबुद्दीन का खास समझा जाने वाला और हत्याकांड का आरोपी मोहम्मद कैफ भी बिहार के मंत्री यादव के साथ नजर आया था। इसे लेकर वे विवादों के घेरे में आ गये थे, हालांकि उन्होंने अपनी सफाई भी दी थी।
इधर बताया गया है कि पत्रकार रंजन की पत्नी आशा ने उनके और उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने का भी निवेदन सुप्रीम कोर्ट से किया है।
पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में सोमवार को भी कोर्ट ने नहीं दिया फैसला