अफसरों की मुसीबत बना दूसरा सबसे बड़ा तिरंगा
अफसरों की मुसीबत बना दूसरा सबसे बड़ा तिरंगा
Share:

भोपाल। राजधानी में बड़े अदब के साथ 27 मई 2015 को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तिरंगा लहराया गया था, लेकिन अब इसी झंडे ने सरकार के सभी अधिकारियों के पसीने छुड़ा दिए हैं। तिरंगा 12 दिन में करीब सात बार फट चुका है, जबकि उम्मीद थी कि झंडा करीब 4 माह तक चलेगा। ऐसे में आला अधिकारियों का दल इस समस्या से निजात पाने के लिए दिल्ली और मुंबई के चक्कर काट रहा है। झंडे को सिलवाने के लिए प्लेन से मुंबई भेजा गया और उसकी जगह दूसरा झंडा फहराया गया। अगले ही दिन वह भी फट गया, फिर सड़क मार्ग से उसे मुंबई भेजा गया। मुंबई की फ्लैग कार्पोरेशन कंपनी को समझ में ही नहीं आ रहा कि इतनी जल्दी झंडा कैसे फट रहा है। अभी भोपाल में दो ही तिरंगे खरीदे गए हैं।

दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा झंडा : भोपाल में जो तिरंगा लहरा रहा है, उसकी लागत पोल सहित करीब 1 करोड़ रुपए है। इसमें तिरंगा करीब डेढ़ लाख रुपए का है। तिरंगे का आकार 60 बाय 90 फीट का है। तिरंगे का वजन 60 किलो है, वहीं पोल की ऊंचाई 235 फीट है। वहीं देश का सबसे बड़ा झंडा फरीदाबाद में लगा है, जिसमें तिरंगे का आकार 64 बाय 96 फीट है और ऊंचाई 250 फीट है।

झंडे की सुरक्षा में तैनात है गार्ड : झंडे के आस पास कोई न भटके, उसे कोई हानि न हो, इसके लिए वहां 1-4 का गार्ड तैनात किये गए है है। वहां ड्यूटी कर रहे SAF के जवान राहुल जाट से बात की तो बोले कि झंडे की सुरक्षा के लिए हम ड्यूटी कर रहे हैं।

सभी जगह फटता है झंडा : CPA के कार्यपालन यंत्री कस जायसवाल ने बताया कि झंडे के फटने के कारणों का पता लगाने के लिए दिल्ली टीम भेजी है। मुंबई में भी झंडा लगा है, वह भी फटता है। इसलिए वहां 32 झंडे खरीदकर रखे हुए हैं। ऐसे ही स्थिति देश में अन्य जगह भी है।

समझ से बहार है : तिरंगा को बनाने वाली मुंबई की कंपनी फ्लैग कारपोरेशन के पार्टनर ज्ञान शाह ने बताया कि देश में करीब 15 जगह बड़े तिरंगे लगे हैं, लेकिन इतनी जल्दी उनके फटने का कारण हमारी भी समझ में नहीं आ रहा।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -