प्रयागराज : कुम्भ का रंग अब नजर आने लगा है स्वामी वासुदेवानंद सरस्वतीजी महाराज की अगुवाई में साधु-संतों की पेशवाई मंगलवार को अलोपीबाग स्थित शंकराचार्य आश्रम से निकाली गई। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर बने सोने-चांदी से जणित रथों पर साधु-संत भगवान महादेव के जयकारे लगा रहे थे। पेशवाई में काशी सुमेरू पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, ज्योतिष्पीठ के पूर्व शंकराचार्यों के चित्रों वाला रथ, ठाकुरजी, राधाकृष्ण की झांकी आकर्षण का केंद्र रही।
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धर्म ध्वजा फहराई गई
प्राप्त जानकारी अनुसार इससे पहले मंगलवार को सुबह श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा की धर्म ध्वजा फहराई गई। आराध्य भगवान श्रीराम चंद्र के जयघोष के साथ धर्म ध्वजा स्थापित की गई। इससे पहले धूप, दीप, नैवेद्य से विशेष पूजा हुई। मंडल में विचरण करने वाले नौ ग्रहों के लिए हवन किया गया। दोपहर में पेशवाई अलोपीबाग स्थित शंकराचार्य आश्रम से शुरू की गई। इससे पहले भगवान भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा अर्चना हुई।
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जानकारी के लिए बता दें इससे पहले कुंभ मेला बसाने के लिए सोमवार को तीनों अनि अखाड़े की पेशवाई निकाली गई थी। इससे पहले किन्नर अखाड़ा, आनंद अखाड़ा, श्री शंभू पंचदशनाम अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा, जूना अखाड़े की पेशवाई निकाली जा चुकी है। ये सभी अखाड़े मेला क्षेत्र में स्थापित हो चुके हैं।
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