बीजिंग: चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पर हमला बोलते हुए एक बार फिर अमेरिका के विदेश मंत्री ने बोला है कि बीजिंग में सामूहिक गर्भपात और नसबंदी के आदेश ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. अमेरिका के विदेश मंत्री ने बताया कि पश्चिमी चीन में चीनी मुसलमानों को जबरदस्ती जिसके लिए बाध्य कर रहा है. उनका का ये भी कहना है कि कुछ हफ्ते पहले मैंने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बारे में एक रिपोर्ट पश्चिमी चीन में सामूहिक गर्भपात और नसबंदी के लिए जबरदस्ती मजबूर किया गया. पोम्पिओ का कहना है कि यह सब कुछ सकल मानव अधिकारों का सरासर उल्लंघन हैं.
चीन की आक्रमकता की नीति लोकतांत्रिक मुल्यों के लिए खतरा: जंहा इस बात का पता चला है कि अपनी आयोवा यात्रा के दौरान पोम्पिओ ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी हांगकांग में स्वतंत्रता को कुचल रहे है और उसको पूरी तरह से नष्ट कर रहे है. राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के माध्यम से वह हांगकांग में लोकतांत्रिक मूल्यों का दमन करने वाले है. जितने ही नहीं बीजिंग एक मुक्त ताइवान को लगातार धमकी दे चुके है. उसकी नजर ताइवान पर टिकी हुई है. चीन दुनिया के संचार नेटवर्क पर हावी होने का प्रयास किया है. उन्होंने दुनिया को चेतावनी देते हुए कहा कि चीन की आक्रमकता की नीति लोकतांत्रिक मुल्यों के लिए खतरा बन चुका है.
पांच चीनी नागरिकों और दो चीनी संस्थाओं पर लगाया प्रतिबंध: शुक्रवार को वाशिंगटन ने विदेशी नारकोटिक्स किंगपिन अधिनियम के तहत 5 चीनी विदेशी नागरिकों और दो चीनी संस्थाओं पर रोक लगा दी गई है. जिसके साथ अमेरिकी हुआवेई सहित चीनी प्रौद्योगिकी कंपनियों के कुछ कर्मचारियों के वीजा पर भी रोक लगा दी गई है. उन पर यह इलज़ाम है कि वह विश्व स्तर पर मानव अधिकारों के गलत इस्तेमाल में संलग्न लोगों को सहायता सामग्री दे रहे है.
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