कैलिफोर्निया : अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुई गोलीबारी में आतंकी संगठन आईएसआईएल का हाथ है। यह आईएसआईएस की ही एक विंग है। इस गोलीबारी में मारी गई महिला की तस्वीर अब जाकर सामने आई है। आईएसआईएल ने अपनी वेबसाइट के माध्यम से कहा कि मारी गई महिला हमारी सपोर्टर थी। बुजुर्गो की सेवा में लगे इस सर्विस एजेंसी में हमला 27 वर्षीय तशफीन मलिक ने अपने पति के साथ मिल कर की थी। मलिक का पति पाकिस्तानी मूल का अमेरिकी नागरिक था। उसी ने अपने पति को कट्टरपंथ का पाठ भी पढ़ाया था।
हांला कि दोनो ही अमेरिकी पुलिस की गोलियों का शिकार हो गए और मौके पर ही मौत हो गई। इस महिला ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिख कर आईएसआईएस के अबू-बकर-अल-बगदादी का समर्थन किया था। इस पोस्ट को सउदी अरब से पोस्ट किया गया था। हमलावर महिला की तस्वीर भी सामने आ गई है।
इस घटना के बाद फेसबुक ने मुख्य आरोपी तशफीन मलिक की फेसबुक अकाउंट को आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप में डिलीट कर दिया है। फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि इस महिला के पोस्ट को फेसबुक के तय मानकों के खिलाफ पाया गया इसलिए इसे हटा दिया गया। हांलाकि अब तक यह बात स्पष्ट नही हुई है कि फेसबुक को इस महिला की अकाउंट के संबंध में जानकारी कैसे मिली।
वहीं पुलिस को हमलावर पति-पत्नी सैयद फारुक और तश्फीन मलिक के घर से भारी मात्रा में हथियार मिले है, जिसमें 12 पाइप बम और पांच हजार गोलियां शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि हमले में इस्तेमाल की गई चारों बंदूक कानूनी रुप से खरीदी गई थी। सेंटर फॉर ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड रोबोटिक्स की डायरेक्टर लॉरा जे नेलसन ने बताया कि फारुख और उसकी पार्टनर तश्फीन अपने 6 महीने के बच्चे को बुधवार सुबह मां के पास छोड़कर गए थे। दोनों ने डॉक्टर से अप्वाइंटमेंट की बात कही थी, लेकिन वहां से दोनों कम्युनिटी सेंटर पहुंचे और फायरिंग शुरू कर दी। इसी सेंटर में हुई एक पार्टी में फारुख का झगड़ा हुआ था।
इस हमले में 14 लोग मारे गए व 21 लोग घायल हो गए। जाँच कर्ताओं का कहना है कि सामुदायिक सेंटर के बाद इनका इरादा एक और जगह हमला करने की थी। सितंबर 2013 में फारुक सउदी गया था, तभी उसकी मुलाकात तशफीन से हुई थी। इसके बाद दोनो की सगाई हो गई। इसके बाद अगस्त 2014 में दोनो की शादी हुई। एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक सउदी की यात्राओं के दौरान इन दोनो ने अलकायदा आतंकवादियों से भी मुलाकात की थी।