कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिए विश्व में लोगों को कम से कम घर से बाहर निकलने के लिए बोला जा रहा है.इस मध्य दक्षिण कोरिया के महामारी विशेषज्ञों ने अपने रिसर्च में पाया है, कि बाहर से अधिक लोग घर के भीतर होने वाले कांटेक्ट की वजह से कोविड-19 महामारी से ग्रसित हो रहे हैं.उनका ये रिसर्च अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन में 16 जुलाई को प्रकाशित हुआ था.
राजस्थान : कई इलाकों में बारिश की संभावना, मिल सकती है उमस से राहत
इस रिसर्च में 5706 रोगियों पर शोध किया गया जो कोरोना वायरस से संक्रमित थे. जिनमें 59 हजार ऐसे लोगों को सम्मिलित किया गया, जो उनके कांटेक्ट में आए थे. इस शोध से पता चला है, कि 100 में से सिर्फ दो लोग निवास के बाहर कोरोना वायरस की चपेट में आए थे. वहीं दस में से एक व्यक्ति घर के अंदर कोरोना वायरस के कांटेक्ट में आया.अध्ययन में यह भी पाया गया कि जब बुजुर्ग और किशोर कोरोना वायरस से पॉजीटिव हो जाते है, तब घर के अधिकतर लोग इस महामारी का शिकार बन जाते है.
नाग पंचमी : पाताल के स्वामी हैं नागदेवता, भूलकर भी न करें यह काम
बता दे कि दक्षिण कोविड-19 रोकथाम सेंटर के डायरेक्टर जिओंग इउन क्योंग ने बताया कि, 'ऐसा इसलिए है कि इस आयु समूह के लोगों की फैमिली के सदस्यों से नजदीकी ताल्लुक होते है. जिस वजह से उन्हें अधिक संरक्षण या सहायता की आवश्यकता होती है.' रिसर्च में यह भी पाया गया है, कि बच्चों में कोविड-19 के गंभीर केस का खतरा कम होता है. ये आंकड़े 20 जनवरी से लेकर 27 मार्च के मध्य इकट्ठा किए गए थे.
कारगिल विजय दिवस : गोलीबारी के बीच पहाड़ में बना दिया था भारतीय शेरों ने रास्ता
संपूर्ण परिवार को निगल गया कोरोना, मां के बाद एक-एक करके 5 बेटों की मौत