देवास: प्रख्यात शास्त्रीय गायक पद्मश्री पंडित कुमार गन्धर्व की धर्म पत्नी वसुंधरा कोमकली का निधन हो गया. वसुंधरा कोमकली भी प्रसिद्ध गायक थी. वे शास्त्रीय गायिका कलापिनी कोमकली की मां थी. उन्हें पद्मश्री से भी अलंकृत किया गया था.शास्त्रीय संगीत के कई कार्यक्रमों को वसुंधरा कोमकली ने अपनी प्रस्तुति से यादगार बनाया था. उम्र के अंतिम पड़ाव तक भी वे शास्त्रीय संगीत के प्रति समर्पित रही. उनका निधन 85 वर्ष की अवस्था में हुआ. उन्होंने माता टेकरी के पास अपने निवास भानुकुल में अंतिम सांस ली.
जानकारी के अनुसार अंतिम संस्कार गुरुवार को किया जाएगा. वसुंधरा कोमकली की आवाज़ को अक्सर कुमार गन्धर्व के साथ जोड़ कर देखा जाता है. मगर संगीत के जानकारों के अनुसार उनकी आवाज़ का जादू अलग ही है. पद्मश्री के साथ उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवाॅर्ड अौर कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया था. उनका जन्म जमशेदपुर में हुआ था. इसके बाद वे संगीत की तालीम के लिए कोलकाता आ गई.
1942 से उन्होंने संगीत का सिलसिला शुरू किया और इसके बाद प्रोफेसर बीआर देवधर और कुमार गंधर्व से संगीत की विशेष तालीम लेने वे मुंबई आ गई. इसके बाद पंडित कुमार गंधर्व के साथ वे परिणय सूत्र में बंधी ओर 1963 में देवास आ गई और फिर यहीं की होकर रह गई.