नई दिल्ली। जम्मू - कश्मीर के उरी में सेना के क्षेत्र में हुए हमले को लेकर भारत अपनी कार्रवाई में लगा है। इस दौरान जहां पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के लिए सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं तो दूसरी ओर कैबिनेट मंत्री बैठकों में व्यस्त हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य मंत्रियों ने सोमवार को इस मामले में सेना और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की इस दौरान उन्होंने एनएसए और अन्य अधिकारियों की सलाह पर गौर किया। इस बैठक में थल सेना अध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग भी शामिल थे।
बैठक में शामिल सलाहकारों और अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर रक्षात्मक उपाय कर लिए हैं। ऐसे में हमला करना ठीक नहीं होगा। इतना ही नहीं जिहादियों के नेटवर्क और पाकिस्तानी सेना के ढांचे को लेकर बैठक में चर्चा की गई।
इस मामले में कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना को काफी समय मिल गया है ऐसे में पाकिस्तान एलओसी और इसके आसपास खुद को मजबूत कर रहा है। यदि भारत हमला करता है तो सीमापार से घुसपैठिए अधिक तादाद में आऐंगे। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहायता लेकर भारत अपना पक्ष मजबूत करे फिलहाल यही बेहतर होगा।