इस्लामाबाद : पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले की जांच करने आए पाकिस्तानी जांच दल ने पाकिस्तान पहुंचकर अपनी जांच रिपोर्ट बनाई है, जो वहां की मीडिया में लीक हो गई है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, जेआईटी ने पठानकोट हमले को एक ड्रामा बताया है। भारत दौरे पर आई जेआईटी का मानना है कि यह भारतीय अथॉरिटीज द्वारा कराया गया हमला था। ज्वाइंट इन्वेस्टिगेशन टीम के एक सदस्य ने वहां मीडिया को बताया कि पठानकोट अटैक भारत की अथॉरिटी द्वारा किया गया एक प्रोपगैंडा है।
भारत ने ऐसा कोई भी सबूत पेश नहीं किया, जिससे साबित हो सके हमला पाक ने कराया है। अगले कुछ दिनों में जेआईटी इस रिपोर्ट को पीएम नवाज शरीफ के समक्ष पेश करेगी। एनआईए के अधिकारी तंजील अहमद के हत्या के मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि भारतीय एजेंसियां चाहती है कि ये केस ही खत्म हो जाए। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि भारतीय एजेंसियां हमलावरों के डिटेल नहीं दे पाई।
हमले के चंद घंटे के भीतर ही सारे हमलावरों को मार गिराया गया, लेकिन आरतीय एजेंसियां तीन दिनों तक ड्रामा खेलती रही। भारत की इस हरकत से पाक की इमेज खराब हुई है। जेआईटी ने एनआईए पर भी आरोप लगाते हुए कहा है कि जांच के दौरान एनआईए ने उन्हें सपोर्ट नहीं किया।
केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा, 'मोदी जी ने आईएसआई को बुलाकर भारत माता के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। पता नहीं मोदी जी और नवाज में क्या डील हुई है। ये लीजिए। बेहद शर्म की बात है। पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने पाक के सामने इस तरह भारत को बेइज्जत किया है। मुंह में राम बगल में छुरी।
बीजेपी-आरएसएस वाले मुंह से भारत माता की जय बोलते हैं, ISI को बुलाकर भारत माता की पीठ में छुरा भोंक देते हैं। जेआईटी का यह बयान भारत में दिए गए बयान के बिल्कुल उल्ट है। 27 मार्च को जेआईटी दिल्ली पहुंची थी और एनआईए हर कदम पर उसके साथ थी।
हमले से जुड़े सभी साक्ष्य भी जेआईटी को उपलब्ध कराए गए थे। लेकिन कहा जा रहा है कि भारतीय मीडिया की रिपोर्टों से पाकिस्तान का एक तबका नाखुश था। इसलिए वापस लौटकर जेआईटी ने यह कन्विंस कराया कि अटैक में पाकिस्तान का कोई हाथ ही नहीं था।