न्यूयाॅर्क: अब तक भारत विश्वभर को मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमलों को लेकर सबूत और डोजियार सौंपता रहा है लेकिन अब तो अमेरिका के एक सांसद की जानकारी ने सभी को आश्चर्य में डाल दिया। दरअसल उनके द्वारा हाल ही में यह जानकारी सामने लाई गयी है कि मुंबई हमलों के लिए पाकिस्तान की सेना, आईएसआई और लश्कर ए तैयबा आतंकी संगठन जिम्मेदार थे। दरअसल लश्कर ने अपने आॅपरेशन को पाकिस्तान की सेना और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई के माध्यम से अंजाम दिया था।
इस तरह की जानकारी देने के साथ ही सांसद ने मांग की है कि ओबामा प्रशासन पाकिस्तान को सशर्त सहायता करे। दरअसल इस शर्त में आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी शामिल की जाए। अमेरिकी कांग्रेस के सांसद और आतंकवाद पर सदन की विदेश मामलों की उपसमिति के पूर्व अध्यक्ष ब्रैड शर्मन ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति जो बाडेन, विदेश मंत्री जाॅन केरी और रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर को लिखे गए संयुक्त पत्र में भी इस तरह की बातें की गईं।
दरअसल पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहिल शरीफ से इन सभी नेताओं की भेंट हो चुकी है। शर्मन ने लाॅस एंजिलिस में प्रवासी भारतीय दिवस के शुभारंभ के दौरान कहा कि मुंबई हमला लश्कर ए तैयबा, पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी के सहयोग से हुआ। इस तरह की साजिश में वर्षों लगे। इस दौरान अमेरिकी सांसद शर्मन ने पूर्व सीआईएस विश्लेषक ब्रूस रीडेल का लेख संदर्भित किया है। जिसमें उनके द्वारा कहा गया है कि मुंबई में पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियों की सहायता से लश्कर ए तैयबा के हमले का उल्लेख किया गया है।
इसमें यह भी बताया गया है कि इस हमले के बाद पेरिस हमले का खाका तैयार किया गया। उनका कहना था कि पाकिस्तान में इन हमलावरों को सेना का समर्थन मिला हुआ है और वे खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई हमले के आतंकियों से पेरिस हमले के आतंकी प्रभावित थे। उनका यह कहना था कि पेरिस हमलावरों द्वारा कत्लेआम को भीषण बनाने के लिए आत्मघाती जैकेट का उपयोग भी हुआ। उल्लेखनीय है कि पेंटागन द्वारा पाकिस्तान से हक्कानी नेटवर्क समेत विभिन्न आतंकवादियों का सामना करने की अपील की थी।