रूढि़वादी परंपरा के चलते भाई ने अपनी बहन को उतारा मौत के घाट
रूढि़वादी परंपरा के चलते भाई ने अपनी बहन को उतारा मौत के घाट
Share:

नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में आज भी रूढ़ीवादी परंपरा जीवित है और इसी परंपरा को तोड़कर एक साहसिक कदम उठाने वाली महिला सरपंच को उसके ही भाई ने मार डाला। यह घटना की जानकारी मोहदा गांव से आ रही है।

46 वर्षीय सरपंच महिला गीता को उसके ही भाई तेजराम वर्मा ने उसे इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उसने परंपराओं को तोड़ते हुए अपनी मां की चिता को आग लगाई थी। यह हत्या तब की गई जब गीता अपनी मां की मौत के तीन दिन बाद रिवाज के तौर पर नदी पर नहाने के लिए गई थी। इस हत्या में तेजराम को उसके बेटे पीयूष ने भी मदद की।

जानकारी के अनुसार जब तेजराम और पीयूष ने गीता का पीछा किया तो वह अपनी जान बचाकर गांव वालों के सामने भागी। लेकिन दोनों ने उस पर कुल्हाड़ी से बार-बार हमला किया। उन्होंने गीता के बेटे विक्रम और हस्तक्षेप करने पर बहन सीता पर भी हमला किया। दोनों को ही गंभीर चोटें आई हैं। गंभीर ही हालत में गीता को 30 किलोमीटर दूर रायपुर अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। तेजराम और पीयूष को गिरफ्तार कर लिया गया है।

भाई-बहनों में भी सम्पत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। गीता के अलावा तेजराम की दो बहनें और हैं। सरजूबाई के पास 7 एकड़ की जमीन थी। जो तेजराम के कब्जे में है। स्थानीय अदालत में जमीन की मालकियत को लेकर एक मामला दर्ज है।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -