'मिशन गगनयान को साकार करने की दिशा में एक और कदम..', ISRO की सफलता पर मोदी-शाह ने दी वैज्ञानिकों को बधाई
'मिशन गगनयान को साकार करने की दिशा में एक और कदम..', ISRO की सफलता पर मोदी-शाह ने दी वैज्ञानिकों को बधाई
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गगनयान (Gaganyaan) के पहले विकासात्मक परीक्षण उड़ान मिशन की सफल उपलब्धि पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों के प्रयासों की प्रशंसा की है। पीएम मोदी ने कहा कि यह प्रक्षेपण भारत को देश के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम और करीब ले गया है। बता दें कि, ISRO ने आज 21 अक्टूबर, 2023 को सुबह 10:00 बजे IST पर गगनयान कार्यक्रम का पहला मानवरहित उड़ान मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च किया।

इसके बाद पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि, "यह प्रक्षेपण हमें भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान को साकार करने के एक कदम और करीब ले जाता है। ISRO में हमारे वैज्ञानिकों को मेरी शुभकामनाएं।" केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस उपलब्धि को भारत की एक और अंतरिक्ष उपलब्धि करार दिया। उन्होंने कहा कि, "चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के बाद, हमारा देश अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपना अगला बड़ा कदम उठाने के लिए तैयार है।"

अमित शाह ने कहा कि, "आज ISRO ने गगनयान की टीवी-डी1 परीक्षण उड़ान को अंतरिक्ष में लॉन्च किया, जो एक और उल्लेखनीय अंतरिक्ष यात्रा की पटकथा लिख रही है। सफलता और संतुष्टि के इस महत्वपूर्ण अवसर पर हमारे वैज्ञानिकों और हमारे नागरिकों को मेरी हार्दिक बधाई।" हालाँकि, गौर करने वाली बात ये भी है कि, देश की सबसे पुरानी पार्टी और देश पर सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली कांग्रेस ने ISRO की महत्वपूर्ण सफलता पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, न ही पार्टी के प्रमुख नेता राहुल गांधी ने ही कोई ट्वीट किया है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। 

ISRO की सफल लॉन्चिंग:-

बता दें कि, टेस्ट व्हीकल डेवलपमेंट फ़्लाइट (TV-D1) या टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट फ़्लाइट के रूप में जाना जाने वाला यह मिशन, एक क्रू मॉड्यूल और एक क्रू एस्केप सिस्टम लेकर, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से रवाना हुआ।  भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO ने गगनयान मिशन की पहली टेस्ट फ्लाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इसकी लॉन्चिंग सुबह 10 बजे की गई। पहली फ्लाइट टेस्ट के जरिए आसमान में भेजा गया क्रू मॉड्यूल, पैराशूट खुलने के बाद अलग हुआ और फिर धीरे-धीरे समुद्र की ओर बढ़ा। टेस्ट फ्लाइट के जरिए आसमान में भेजा गया क्रू मॉड्यूल सफलतापूर्वक बंगाल की खाड़ी में लैंड कर गया है।

बंगाल की खाड़ी में इसे रिकवर करने लिए भारतीय नौसेना का जहाज और गोताखोरों की टीम तैनात हैं और इसकी रिकवरी की प्रोसेस जारी है। ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि मुझे इस बात का ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि गगनयान मिशन की पहली टेस्ट फ्लाइट TV-D1 Mission सफल रही है। इस मिशन का मकसद क्रू एस्केप सिस्टम की जांच करना था।

बता दें कि, पीएम नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2018 को पहले गगनयान मिशन की घोषणा की थी। गगनयान मिशन के लिए डेडलाइन 2022 निर्धारित की गई थी। हालांकि, कोरोना और फिर उसकी वजह से पैदा हुए हालातों के कारण डेडलाइन को आगे बढ़ाना पड़ा। अब ISRO ने एस्ट्रोनोट्स की सुरक्षा का हवाला देते हुए मिशन की तारीख को 2025 तक कर दिया है। 

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