पटनाः नितीश सरकार ने अपना दिल बड़ा करते हुए राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर फिर से मेहरबानी कर दी। बिहार सरकार ने राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू पर मुकदमा दायर किया था। जिसे उन्होनें वापस ले लिया।
अचार संहिता के उल्लंघन का था आरोप-
जानकारी के अनुसार 2014 में जब लोकसभा के चुनाव होने वाले थे तो उन्ही चुनाव के प्रचार के दौरान पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र स्थित फुलवारी के अंचलाधिकारी सुनीता प्रसाद ने लालू यादव पर अचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया था। आरोप में कहा गया था कि लालू प्रसाद के इशारे पर उनके बाॅडीगार्ड ने जिला प्रशासन के कैमरामैन को काम करने से रोक दिया था। इस मामले में चार्जशीट भी फाइल की जा चुकी थी। जिसका मुकदमा अब तक चल रहा था। लेकिन बिहार सरकार ने लालू के खिलाफ दायर यह मुकदमा वापस ले लिया है।
पहले भी किया उपकार-
बताया जा रहा है कि बिहार सरकार ने राष्ट्री य जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के खिलाफ मुकदमा चल रहा था। लेकिन बिहार सरकार ने 259 राजद के कार्यकर्ताओं के खिलाफ दायर मुकदमें वापस ले लिए। इसके अलावा 262 राजद कार्यकर्ताओं समेत लालू और उनके दोनों बेटों को जुलाई 2015 में बिहार बंद के दौरान इन सब पर केस दर्ज किया गया था। जिसे बिहार सरकार ने वापस ले लिया था।