नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। वे 93 साल के थे। एनडी तिवारी ने आज दोपहर दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। जानकारी के अनुसार, तिवारी की किडनी फेल हो चुकी थी और वह पेट के संक्रमण से पीड़ित थे।
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नारायण दत्त तिवारी कांग्रेस के बड़े नेता थे, हालांकि पिछले काफी सालों से वह राजनीति में सक्रिय नहीं थे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर एनडी तिवारी के निधन की पुष्टि की। एनडी तिवारी पहले ऐसे नेता थे, जो दो राज्यों के मुख्यमंत्री रहे हैं। वह तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने 1976 से 1977, 1985 से 1985 और 1988 से 1989 तक यूपी की गद्दी संभाली। वहीं 2002 से 2007 तक वह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे। वह 1986 से 1987 तक राजीव गांधी के शासनकााल में केंद्रीय विदेश मंत्री भी रहे। तिवारी 2007 से 2009 तक आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे।
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तिवारी कांग्रेस के धुरंधर नेता थे, लेकिन 2007 में जब उत्तराखंड में कांग्रेस की हार हुई, तो तिवारी को इसका जिम्मेदार माना गया और तब से उनका राजनीतिक कॅरियर खत्म हो गया था। तिवारी अपने छात्रकाल से ही राजनीति में सक्रिय थे। पढ़ाई के दौरान वह इलाहाबाद छात्रसंघ के पहले अध्यक्ष भी चुने गए थे। हालांकि 2017 में वह कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।
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