नई दिल्ली : लाल किले पर 15 ऑगस्ट और 26 जनवरी के दिन खास तौर पर तिरंगा फहराया जाता है. स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडारोहण करते हैं लेकिन आपको बता दें कि ऐसा पहली बार होगा कि 21 अक्टूबर को पहली बार पीएम मोदी लाल किले पर झंडा फहराएंगे. ऐसा क्यों है इसी के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं.
दरअसल, सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व वाली 'आजाद हिंद सरकार' की 21 अक्टूबर को 75वीं जयंती है जिसमें पीएम मोदी हिस्सा लेने वाले हैं. 21 तारीख की सुबह 9 बजे लाल किले पर झंडारोहण होने वाला है. इस बात की जानकारी उन्होंने बीते बुधवार को की जिसमें संस्कृति मंत्री, बोस परिवार के प्रवक्ता श्री चंद्र कुमार बोस, जी डी बक्शी और अन्य शामिल होंगे. यह झंडारोहण लाल किले के अंदर स्थित नेताजी संग्रहालय में किया जायेगा. बता दें आजाद हिंद फौज की स्थापना आज से 75 साल पूर्व 21 अक्टूबर को हुई थी.
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भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ एक वीडियो संवाद में पीएम मोदी ने इस बात की पूरी जानकारी दी है और उन शख्सियतों के योगदान की चर्चा की है और इस जश्न मनाने की बात की है. उनका कहना है कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के दौरान उसे कई सालों तक अनदेखा किया है. सरदार पटेल की प्रतिमा को लेकर कांग्रेस द्वारा उनकी और गुजरात की बीजेपी सरकार की आलोचना किए जाने पर भी उन्होंने विपक्षी दल की आलोचना की है.
इतना ही नहीं उन्होंने विपक्षी दल द्वारा परियोजना को 'मेड इन चाइना' बताये जाने पर भी निशाना साधा है. उनका कहना है कि इतिहास जनता है कि सरदार पटेल के लिए कांग्रेस के मन में अवमानना थी और वह कभी उनके कामों को पहचान मिलने की बात को बर्दाश्त नहीं कर सकी.
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