रक्षाबंधन की रात भाइयो का खूनी खेल मिटा दिया बहन की मांग का सिन्दूर
रक्षाबंधन की रात भाइयो का खूनी खेल मिटा दिया बहन की मांग का सिन्दूर
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इंदौर : रक्षाबंधन का पर्व जहां भाई - बहन और पूरे परिवार के लिए प्रेम और सौहार्द के तोहफे लेकर आता है उसी पर्व पर एक परिवार में मातमी सन्नाटा पसर गया। खुद घर के ही चिराग ने अपनी खुशियों की लौ को सदा - सदा के लिए बुझा दिया। हालात ये रहे कि परिवार के बीच पैदा हुआ हंसी - खुशी का माहौल सदमे और चीख - पुकारों में बदल गया। एक परिवार को अपनी बेटी का लव मैरिज करना इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने अपनी गर्भवती बैटी और दामाद का ही खून बहा डाला। बेटी की चीख सुनकर उन्हें बचाने जब पड़ोसी पहुंचे तो आरोपी भागने लगे। 

मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम जोनल अधिकारी पारस आरोलिया निवासी बीसीएम पैराडाइज के समीप स्थित गंगादेवी नगर में रक्षाबंधन की रात खूनी खेल खेला गया। इस दौरान नगर निगम के जोनल अधिकारी पारस आरोलिया की बेटी अर्चना 24 वर्ष और दामाद हेमेंद्र डोंगरे 25 वर्ष जब रक्षाबंधन का पर्व मनाने के लिए यहां पहुंचे तो इसी दौरान रात करीब 10.30 बजे रहवासियों ने घर में से शोर सुना, जब वे बाहर निकले तो अर्चना और हेमेंद्र सड़क पर लहूलुहान अवस्था में नज़र आए दूसरी ओर अर्चना के परिजन उन पर सीमेंट के कड़क पत्थरों और अन्य चीजों से वार कर रहे थे।

जब रहवासी उन्हें बचाने आने लगे तो परिजन भाग खड़े हुए। इस दौरान इन लोगों को बाॅम्बे हाॅस्पिटल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने हेमेंद्र को मृत घोषित कर दिया। हालांकि अर्चना को जब देखा गया तो वह गंभीर हालत में थी। उसे उपचार दिया गया। फिलहाल उसकी हालत भी बेहद नाजुक बनी हुई है। घटना से हेमेंद्र के परिजन आक्रोशित हो उठे हैं हेमेंद्र के परिजन द्वारा आरोलिया परिवार के घर पर पथराव किया गया व करीब 12 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई। 

अर्चना के पिता पारस, मां विमला, चाची गीता आरोलिया, चाचा गडसिंह और अचेंद्र पिता भगवानसिंह समेत ब्रजेश लता, शैलेंद्र, हरीश, अजय, अर्चना, कपिल माने और कपिल सिंह के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार अर्चना और हेमेंद्र ने साथ साथ पढ़ाई की थी। इसी दौरान दोनों में प्यार हुआ। दोनों ही इंजीनियरिंग का अध्ययन भी साथ - साथ करते रहे और दोनों ही एक ही कंपनी में कार्यरत थे।

लव मैरिज के बाद से ही अर्चना का परिवार उनके खिलाफ था। जब अर्चना और हेमेंद्र डोंगरे परिजन से मिलने पहुंचे तो आरोलिया परिवार ने दरवाजा बंद करने के साथ ही उन पर हमला कर दिया। दोनों बच्चियों के सामने ही दोनों के साथ मारपीट की गई। अर्चना के दुपट्टे से हेमेंद्र का गला घोंट दिया गया। वह निढाल होकर गिर पड़ा इसके बाद अर्चना को भी दुपट्टे से ही मारने का प्रयास किया गया। समीप ही बने जैन होस्टल में रहने वाली युवतियों ने जब हंगामे की आवाज़ सुनी तो उन्होंने अन्य लोगों को शोर मचाकर जगाया। इस दौरान आसपास के लोगों की सहायता ली गई। इस दौरान भीड़ देखकर आरोपी भाग खड़े हुए।

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