मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश विधान सभा का मानसून सत्र कल सोमवार से शुरू हो रहा हैं .सत्र के दौरान विपक्ष सदन में सिंहस्थ और दूसरे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है. वहीं राज्य सरकार विपक्ष के आरोपों का करारा जवाब देने के लिए तैयार है. इस सत्र के हंगामेदार होने की आशंका हैं.
बताया जा रहा है कि सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने दोहरी नीतियां अपनाने का फैसला किया हैं . एक ओर विधायकों की अलग-अलग टीमों को सरकार के खिलाफ मटेरियल उपलब्ध कराया जा रहा है.जिससे सिंहस्थ के तुरंत बाद हो रहे इस विधानसभा सत्र में कांग्रेस अंदर से हमले बोलेगी वहीँ दूसरी ओर बाहर भी प्रदर्शन किए जाएंगे.
वहीं, दूसरी ओर सरकार भी जवाब देने के लिए तैयार हैं .भाजपा के मंत्रियों का कहना है कि कांग्रेस के आरोपों का सदन में जवाब दिया जाएगा. सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लालसिंह आर्य ने कहा कि सरकार को घेरने के लिए विधायकों का प्रश्न, ध्यानाकर्षण, स्थगन लगाने का अधिकार है और कांग्रेस का अप्रमाणिक आरोप लगाने का इतिहास रहा है.
एक सवाल के जवाब में सीनियर आईएएस अफसर आर.एस.जुलानिया और दलित आईएएस रमेश थेटे के मामले को व्यक्तिगत बताते हुए मंत्री लालसिंह आर्य ने कहा कि दोनों नौकरशाहों की लड़ाई से सरकार की छवि पर कोई असर नहीं पड़ा है. मामला सीएस के पास है वो हल निकाल रहे होंगे.