नई दिल्ली: एशिया कप 2022 में भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान भारतीय क्रिकेटर अर्शदीप सिंह से एक कैच क्या छूटा, भारतीयों में फुट डालने की ताक में रहने वाले पाकिस्तान ने मौका लपक लिया। और सोशल मीडिया पर भारतीय नामों से अर्शदीप को भला-बुरा कहने लगा। हालांकि, काफी भारतीय यह समझ गए कि, ये ना 'पाक' की चाल है, लेकिन कुछ बुद्धिजीवी लोग पाकिस्तान के जाल में फंस गए और अपने ही देश के लोगों को खरी-खोटी सुनाते हुए 'आतंकी देश' की मदद करने लगे।
दरअसल, कल (4 सितंबर 2022) खेले गए मैच के 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर अर्शदीप से आसिफ अली का कैच छूट गया था, जिसके बाद देखा गया कि अचानक उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा। कुछ अकॉउंट्स से अर्शदीप को देश विरोधी तक कहा गया। ट्विटर पर होते इन नेगेटिव पोस्ट को हवा देने के लिए विवादित वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के फैक्टचेकर मोहम्मद जुबैर ने मोर्चा संभाला और कई ट्वीट्स का स्क्रीनशॉट लेकर यह साबित करने का प्रयास करने लगे कि देखो कैसे एक कैच मिस हुई तो अर्शदीप को भला-बुरा बोला जा रहा है। हालांकि, मोहम्मद ज़ुबैर का तो समझ में आता है, क्योंकि, वो इससे पहले भी मोहम्मद शमी के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा फैलाए गए इसी तरह के प्रोपेगेंडा में उसका साथ दे चुके हैं।
लेकिन, हरभजन सिंह भी आतंकिस्तान की करतूत को नहीं समझ सके, उन्होंने अर्शदीप का समर्थन तो किया, लेकिन वे भी पाक के जाल में फंस गए और बिना सोचे समझे भारतीयों को फटकार लगा दी। हरभजन ने लिखा कि, 'युवा अर्शदीप की आलोचनाएँ बंद करो। कोई जानबूझ कर कैच ड्राप नहीं करता है। हमें अपने लड़कों पर गर्व है। पाकिस्तान ने बढ़िया खेला। शर्म आनी चाहिए उन लोगों को जो अपने लोगों को ऐसा कहकर नीचा गिराते हैं। अर्शदीप सोना है।'
Why Harbhajan overreacted so quickly and how (as many already predicted) the factchecker was swift enough to find “K” tweets over Arshdeep?
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) September 4, 2022
Shami-2 propaganda on the way! Most of these handles will be found to be frm Pak or UAE pretending as Indian just like Shami saga. pic.twitter.com/TtR0d4OUn3
अब इन्हीं ट्विट्स को लेकर एक यूजर ‘द हॉक आई’ ने जुबैर और हरभजन दोनों को आइना दिखाते हुए बताया ट्वीट में हॉक आई ने बताया कि कैसे ये जो ट्वीट अर्शदीप को देशद्रोही आदि बताते हुए किए गए हैं, वो ज्यादातर पाकिस्तान और अरब देशों के लोगों ने भारतीय बनकर किए हैं। उन्होंने याद दिलाया मोहम्मद शमी के वक़्त भी इसी तरह पोस्ट कर करके भारतीयों को बदनाम करने की कोशिश की गई थी।
Then a Pakistan news channel @DunyaNews with 3.3mn followers reported “Indian extremists called Arshdeep a KhaIistani!” This is well coordinated information warfare to fuel communal disharmony in India.
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) September 4, 2022
4/ pic.twitter.com/EUx09ejOWl
एक ट्वीट में आप देख सकते हैं कि कैसे पाकिस्तानी जैद हामिद ने ये पूरा प्रोपेगेंडा शुरू किया था। अपने ट्वीट में उसने यह दर्शाने का प्रयास किया कि एक सिख ने भारत जे खिलाफ पाकिस्तानियों की मदद की। इसके बाद पाकिस्तान में जन्मा US पत्रकार वीएस खान भी पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को हवा देते पाया गया। यहां तक कि, पाकिस्तान के न्यूज चैनल से भी अर्शदीप को खालिस्तानी बताया गया। लेकिन, तथाकथित फैक्टचेकर मोहम्मद ज़ुबैर भारतीयों को नीचे दिखाने की जल्दबाज़ी में इन ट्वीट्स का फैक्ट चेक करना तक उचित नहीं समझा।
These Indian journalist from Alt News, The Ken are local enablers of same propaganda. By tomorrow this will into mainstream through many verified handlers.
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) September 4, 2022
5/ pic.twitter.com/BdOSNou1hO
बता दें कि सिर्फ सोशल मीडिया पर ही नहीं, बल्कि पाकिस्तानियों ने विकिपडिया पर भी अर्शदीप को खालिस्तानी दिखाने का प्रयास किया। आप देख सकते हैं कि विकिपीडिया में जहाँ-जहाँ अर्शदीप के नाम के साथ भारतीय लिखा होना चाहिए था, वहाँ पाकिस्तानियों ने जानबूझकर खालिस्तान लिख दिया। अंशुल सक्सेना के ट्विटर हैंडल से इस संबंध में स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं। जिनको देखने से साफ़ पता चलता है कि पहले अर्शदीप को खालिस्तान स्क्वॉड का बताया गया और फिर हर स्थान पर भारत हटाकर उनके नाम के साथ खालिस्तान जोड़ा गया। ये पूरी एडिटिंग जिस IP एड्रेस से की गई, वो सर्च करने पर देख सकते हैं कि पाकिस्तान का पाया गया है।
Wikipedia page of Indian Player Arshdeep Singh has been edited & deliberately Khalistan is added.
— Anshul Saxena (@AskAnshul) September 4, 2022
Who is behind this editing & targeting Arshdeep Singh?
Someone from Pakistan.
Here are the IP details of editor. pic.twitter.com/CErervW3Q2
बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच हुए टी-20 विश्व कप मैच के दौरान टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को इस प्रकार लोगों की नफरत का शिकार होना पड़ा था। बाद में खुलासा हुआ था कि शमी के खिलाफ किए गए ट्वीट अधिकतर पाकिस्तानियों ने और विदेशी एजेंसियों ने किए थे। उस समय भी भारत में बैठे पाक परस्तों ने पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को जमकर हवा दी थी और यह दर्शाने का प्रयास किया था कि, मोहम्मद शमी को मुस्लिम होने के कारण भारतीयों की नफरत का शिकार होना पड़ रहा है। लेकिन, शायद आतंक के चक्कर में तबाह हो रहे पड़ोसी मुल्क को यह पता नहीं है कि, प्रत्येक भारतवासी अपने खिलाड़ियों से और अन्य भारतीयों से बेहद मोहब्बत करता है और इन नापाक साजिशों का हिंदुस्तान पर कोई असर नहीं होने वाला।
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