पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता का बयान, कहा-
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता का बयान, कहा- "केंद्र ने गरीबों का पैसा रोका..."
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पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से आज सुबह (20 दिसंबर) मुलाकात की। उन्होंने पश्चिम बंगाल में केंद्र से मिलने वाले फंड को रोके जाने की शिकायत की। इस मुद्दे पर PM ने ममता बनर्जी से बोला है- राज्य और केंद्र के अधिकारी इस मुद्दे को सुलझाएंगे। मीटिंग  के उपरांत ममता ने बोला है कि केंद्र ने गरीबों का पैसा रोक दिया है। INDIA के PM कैंडिडेट को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा- मैंने ही मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम की सिफारिश की थी।

ममता बनर्जी ने बोला है कि TMC के 10 नेता PM से मुलाकात कर चुके हैं। हमें 100 दिन का बकाया फंड नहीं दिया जा रहा है। कई योजनाएं भी हैं जिसका फंड को रोक दिया है। मीटिंग में हमने बोला है कि - गरीबों का पैसा रोकना ठीक नहीं है। हालांकि, पीएम मोदी ने मेरी बात को ध्यान से सुना और बोला है कि केंद्र और स्टेट गवर्नमेंट के अधिकारी आपस में बैठकर तय करेंगे। ममता ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा है कि- एक लाख 16 हजार करोड़ रुपए बाकी है जो केंद्र राज्य को नहीं दे रहा है।

ममता ने बोला है कि- अरविंद केजरीवाल ने खड़गे को PM फेस बनाने का समर्थन किया PM कैंडिडेट को लेकर ममता बनर्जी ने बोला है कि- गठबंधन से भी PM के लिए कोई फेस होना चाहिए। इसलिए मैंने मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम दे दिया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसका समर्थन भी किया था। मिमिक्री केस को लेकर ममता बनर्जी ने बोला है कि इस मुद्दे पर TMC का संसदीय दल निर्णय कर रहा है। इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी। अगर राहुल वीडियो नहीं बनाते तो पता नहीं चलता।

I.N.D.I.A के नेताओं की चौथी बैठक मंगलवार (19 दिसंबर) दिल्ली के अशोका होटल में की गई। जिसमे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्राहड़ना मंत्री चेहरे के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का सुझाव रखा। अरविंद केजरीवाल ने इसका समर्थन भी किया। यह जानकारी बैठक के बाद MDMK (मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) के सांसद वाइको ने ही दी भाई। हालांकि प्रधानमंत्री फेस के सवाल पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने चुप्पी साध ली।

पत्रकारों के सवाल के जवाब में खड़गे ने बोला कि- पहले हम सभी को लोगों को जीतकर आना है, इसके उपरांत इस पर विचार होगा। इस पर काम करेंगे। अगर हमारे पास सांसद नहीं होंगे तो प्रधानमंत्री के चेहरे के बारे में बात करके हम क्या करेंगे। बैठक में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सपा नेता अखिलेश यादव, दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और RLD से जयंत चौधरी भी थे।

मीटिंग में 28 पार्टियों ने हिस्सा लिया: मीटिंग के उपरांत  मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि चौथी मीटिंग में 28 पार्टियों ने भाग लिया। नेताओं ने अपने विचार गठबंधन के सामने रख दिया। लोगों के हित में सबको मिलकर अपना काम करना है या मुद्दे को उठाना है। पूरे देश में कम से कम 8-10 मीटिंग करने का निर्णय हुआ है। भाजपा सरकार में देश की संसद से सांसदों को निलंबित किया जा रहा है। यह अलोकतांत्रिक है। इसके लिए सबको मिलकर लड़ना होगा जिसके लिए हम तैयार हैं।

बैठक में इन पांच मुद्दों पर चर्चा हुई: बता दें कि सीट शेयरिंग फॉर्मूला फाइनल करना बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग का मुद्दा चर्चा का केंद्र रहा। भाजपा के विरुद्ध 400 सीटों पर कॉमन कैंडिडेट उतारने के टारगेट पर बात की। वहीं, कांग्रेस का प्रयास है कि वह 275 से 300 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे। पार्टी अन्य दलों को सिर्फ 200-250 सीटें देने के पक्ष में है।

कोऑर्डिनेटर कौन होगा? मीटिंग में I.N.D.I.A के कोऑर्डिनेटर के नाम पर भी बात हुई। इसके लिए उद्धव ठाकरे, ममता बनर्जी, नीतीश कुमार के नामों पर विचार भी कर सकते है। वैकल्पिक एजेंडा और मुद्दे क्या होने वाले है? बैठक में रणनीति बनाई गई कि भाजपा के सनातन और भगवा जैसे मुद्दों के जवाब में वे किन मुद्दों को लेकर जानता के मध्य जाएं। मोदी और BJP विरोध से हटकर I.N.D.I.A के पास देश के लिए क्या प्लान है, इस पर भी बात हुई। चुनाव अभियान और मैनेजमेंट I.N.D.I.A के नेताओं ने चर्चा कि कैंडिडेट फाइनल होने के बाद लोकसभा चुनाव के लिए टोन कैसे सेट कर दिया जाए। कहां कितनी रैलियां होंगी और स्टार कैम्पेनर कौन होने वाले है। चुनाव अभियान की ब्रांडिंग कैसे होगी, इसके लिए किन एजेंसियों की मदद ली जा सकती है। सदन से सांसदों के निलंबन पर चर्चा बैठक में लोकसभा और राज्यसभा से 141 सांसदों के निलंबन पर भी बात की गई है। विपक्षी दलों ने सांसदों के सस्पेंशन की निंदा की।

कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए नेशनल अलायंस कमेटी बनाई:  इतना ही नहीं बैठक से पहले कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए 5 मेंबर्स की नेशनल अलायंस कमेटी भी बनाई गई है। अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश इसके मेंबर्स हैं। मुकुल वासनिक को कमेटी का संयोजक बना दिया गया।

सामना ने लिखा- I.N.D.I.A को संयोजक की जरूरत: बैठक से पहले शिवसेना के मुखपत्र सामना ने लिखा, "हमारे पास प्रधानमंत्री पद के लिए बहुत सारे चेहरे हैं चॉइस ही चॉइस है, यह कहना केवल दिल बहलाने के लिए ख्याल अच्छा है। I.N.D.I.A को एक समन्वयक की जरूरत है, एक चेहरे की जरूरत है। 19 तारीख की बैठक में निर्णय लेना होगा और उसके बाद ही अगला कदम उठाना होगा। 2024 के लिए इंडिया ब्लॉक का चेहरा कौन? मोदी के सामने कौन? इन सभी सवालों का जवाब देना होगा।"

कांग्रेस जीत का केक अकेले खाना चाहती है: सामना: "5 राज्यों में हुए चुनाव में तीन राज्य I.N.D.I.A ने नहीं बल्कि कांग्रेस ने खो दिए है, कांग्रेस जीत का केक अकेले खाना चाहती थी इसलिए राज्य की छोटी पार्टियों को I.N.D.I.A से दूर रखा गया, मध्य प्रदेश में अखिलेश यादव को जानबूझकर दूर ही रखा है।
अब ऐसा बोला जाने लगा है कि जहां कांग्रेस खुद के दम पर जीतने की संभावना रखती है वहां पर वह किसी और को साथ लेने को तैयार नहीं होती और अपने अहंकार के साथ-साथ I.N.D.I.A को भी हानि पहुंचती है।"

लेख में कांग्रेस को नसीहत- I.N.D.I.A का महत्व समझें:  बता दें कि "कांग्रेस को युति का महत्व समझना चाहिए। यह अच्छा है कि कांग्रेस ने इस बैठक की पहल की, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होने वाला है कि कांग्रेस के निमंत्रण का सम्मान करते हुए कितने बाराती और कितने बैंड वाले जुटते हैं। अरविंद केजरीवाल की पार्टी के कई प्रमुख नेता जेल में हैं ऐसे में कांग्रेस को एक बड़े भाई के तौर पर आगे आकर जज्बा दिखाना भी जरुरी है। दिल्ली में सिर्फ इकट्ठा होना, दोपहर का भोजन करना और सबके हाथ पोंछकर कर घर चले जाने की व्यवस्था में अब सुधार होना भी बहुत ही ज्यादा जरुरी है।"

I.N.D.I.A की पिछली तीन बैठकें…

तीसरी बैठक: 5 कमेटियां बनीं, चुनाव की रणनीति बनाई गई: I.N.D.I.A अलायंस की तीसरी बैठक मुंबई में 31 अगस्त-1 सितंबर के मध्य हुई थी। मीटिंग में अलायंस ने 5 कमेटियों का गठन किया था। इनमें कैंपेन कमेटी, कोऑर्डिनेशन/स्ट्रैटजी कमेटी, मीडिया, सोशल मीडिया और रिसर्च कमेटी शामिल हैं। इस बैठक में 28 विपक्षी दलों ने पांच राज्यों में हो चुके चुनाव की रणनीति भी बनाई गई थी।

दूसरी बैठक : गठबंधन का नाम I.N.D.I.A तय किया गया: विपक्षी एकता की दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी। 2024 के आम चुनाव में  बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष के 26 दल एक साथ आ गए थे। इस बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम INDIA रखने का फैसला किया गया। इसका फुल फॉर्म इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस है।

पहली बैठक: नीतीश ने अगुआई की, 15 दल शामिल हुए: विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक पटना में आयोजित की गई थी। इस बैठक की अगुआई बिहार के CM नीतीश कुमार के द्वारा ही की गई थी। बैठक में विपक्ष के 15 दल शामिल हुए थे। ये बैठक अगले लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार का सामना करने के लिए विपक्ष को एक साथ लाने के लिए रही।

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