महाशिवरात्रि पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, लगे बोल बम के नारे
महाशिवरात्रि पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, लगे बोल बम के नारे
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नई दिल्ली : महाशिवरात्रि। शक्ति और शिव के मिलन का पर्व। यह अद्भुत पर्व है। शिव के शक्ति के मिलन का। यह पर्व वह पर्व है जब आस्थावान बोल बम, हर - हर महादेव के जयकारे लगाते हुए शिव को अपनी भक्ति से प्रसन्न करते हैं। महाशिवरात्रि का यह संयोग आज पंचमहायोग और सोमवार के दिन आया है। सोमवार होने से श्रद्धालु बेहद उत्साहित हैं। बाबा सांबसदा शिव के दर्शन के लिए कहीं लंबी कतारें लगी हैं तो कहीं श्रद्धालु भावविभोर हो चुके हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिवार्चना करने में लगे हैं। देश में प्रतिष्ठापित द्वादश ज्योर्तिलिंग में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। श्रद्धावान शिव के इन धामों में मध्यरात्रि के बाद से ही दर्शनों के लिए उमड़ पड़े।

शिवरात्रि का यह संयोग आज पंचमहायोग और सोमवार के दिन आया है। सोमवार होने से श्रद्धालु बेहद उत्साहित हैं। बाबा सांबसदा शिव के दर्शन के लिए कहीं लंबी कतारें लगी हैं तो कहीं श्रद्धालु भावविभोर हो चुके हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिवार्चना करने में लगे हैं। देश में प्रतिष्ठापित द्वादश ज्योर्तिलिंग में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। श्रद्धावान शिव के इन धामों में मध्यरात्रि के बाद से ही दर्शनों के लिए उमड़ पड़े। इंदौर के समीप उज्जैन में प्रतिष्ठापित श्री महाकालेश्वर में आस्था का सैलाब उमड़ा । दरअसल यहां सिंहस्थ 2016 का आयोजन होना है इस आयोजन में बस कुछ ही दिन शेष हैं जिसके चलते शिवरात्रि के पर्व पर देश - विदेश से श्रद्धालु शिवार्चना करने और ज्योर्तिलिंग श्री महाकालेश्वर के दर्शन करने पहुंचे हैं।

इसके अलावा श्री ओंकारेश्वर में भी आस्था का सैलाब उमड़ा है। द्वादश ज्योर्तिलिंगों में शामिल त्र्यंबकेश्वर, घृश्णेश्वर, रामेश्वर, भीमाशंर, वैद्यानाथ, विश्नाथ आदि में श्रद्धालुओं का उमड़ना जारी है। यही नहीं श्रद्धालु देशभर के कई छोटे - बड़े शिवमंदिरों में श्रद्धा से बिल्वपत्र, आंकड़े के पुष्प, चंदन, अष्टगंघ, पुष्प, पुष्प मालाऐं, प्रसादी, जल, दूध, दही, शहद, शकर, घी युक्त पंचामृत चढ़ाकर शिव शंभु का जलाभिषेक कर रहे हैं। श्रद्धालुओं द्वारा फागुन मास की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी के इस दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। 

भगवान शिव अपनी अद्र्धांगिनी माता पार्वती के साथ विवाह बंधन में बंध जाते हैं। यही नहीं शिव जी से श्रद्धालु अपनी मनोकामना की याचना करते हैं और उनका पूजन कर पुण्यलाभ कमाते हैं। इस दिन कुछ श्रद्धालु जहां व्रत रखते हैं तो कुछ श्रद्धालु खिचड़ी आदि का प्रसाद वितरित करते हैं। बड़े पैमाने पर दिन भर भोले की भक्ति का वातावरण आज नज़र आ रहा है। यही नहीं श्रद्धालु शिवभक्तों की सेवा कर पुण्यलाभ कमा रहे हैं। रात्रिभर शिव की भक्ति में श्रद्धालु व्रत रखेंगे और भगवान शिव की आराधना कर पुण्यलाभ अर्जित करेंगे। 

दरअसल यहां सिंहस्थ 2016 का आयोजन होना है इस आयोजन में बस कुछ ही दिन शेष हैं जिसके चलते शिवरात्रि के पर्व पर देश - विदेश से श्रद्धालु शिवार्चना करने और ज्योर्तिलिंग श्री महाकालेश्वर के दर्शन करने पहुंचे हैं। इसके अलावा श्री ओंकारेश्वर में भी आस्था का सैलाब उमड़ा है। द्वादश ज्योर्तिलिंगों में शामिल त्र्यंबकेश्वर, घृश्णेश्वर, रामेश्वर, भीमाशंर, वैद्यानाथ, विश्नाथ आदि में श्रद्धालुओं का उमड़ना जारी है। यही नहीं श्रद्धालु देशभर के कइ छोटे - बड़े शिवमंदिरों में श्रद्धा से बिल्वपत्र, आंकड़े के पुष्प, चंदन, अष्टगंघ, पुष्प, पुष्प मालाऐं, प्रसादी, जल, दूध, दही, शहद, शकर, घी युक्त पंचामृत चढ़ाकर शिव शंभु का जलाभिषेक कर रहे हैं। श्रद्धालुओं द्वारा फागुन मास की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी के इस दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। 

भगवान शिव अपनी अद्र्धांगिनी माता पार्वती के साथ विवाह बंधन में बंध जाते हैं। यही नहीं शिव जी से श्रद्धालु अपनी मनोकामना की याचना करते हैं और उनका पूजन कर पुण्यलाभ कमाते हैं। इस दिन कुछ श्रद्धालु जहां व्रत रखते हैं तो कुछ श्रद्धालु खिचड़ी आदि का प्रसाद वितरित करते हैं। बड़े पैमाने पर दिन भर भोले की भक्ति का वातावरण आज नज़र आ रहा है। यही नहीं श्रद्धालु शिवभक्तों की सेवा कर पुण्यलाभ कमा रहे हैं। रात्रिभर शिव की भक्ति में श्रद्धालु व्रत रखेंगे और भगवान शिव की आराधना कर पुण्यलाभ अर्जित करेंगे। महाशिवरात्रि के इस शुभ अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के कई नेताओं ने देश के लोगो को महाशिवरात्रि की शुभकामनाए दी है। 

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