शाजापुर : स्वच्छता के प्रति अब ग्रामवासियों की सोच भी बदलने लगी है. इसकी मिसाल तब देखने को मिली जब एमपी के शाजापुर जिले के ग्राम परी का डेरा स्थित मंदिर परिसर में सोमवार को सात गांव के ग्रामीण एकत्रित हुए और कलेक्टर अलका श्रीवास्तव की मौजूदगी में अपने-अपने गांव को खुले में शौच से मुक्त करने का संकल्प लिया.
बता दें कि इसके पूर्व कलेक्टर अलका श्रीवास्तव ने ग्रामीणों की बैठक लेकर उन्हें बताया कि खुले में शौच से कई प्रकार की संक्रामक बीमारियां फैलती हैं. साथ ही माता-बहनों को खुले में शौच के लिए जाने से शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है.ग्रामीण अपने घरों में शौचालय बनाएं और बीमारियों से मुक्ति पाएं तथा घर की इज्जत को बनाएं रखें. संकल्प लेने वालों में ग्राम सुंदरसी, बर्डिया गुर्जर, घनसौदा, सेतखेड़ी, रिंगनीखेड़ा, तलेन एवं रामपुरा गुर्जर के ग्रामीण शामिल थे.
इस मौके पर मंदिर के पुजारी बाबूलाल गुर्जर ने भी ग्रामीणों से अनुरोध किया कि अपने अपने गांवों में शौचालय बनवाएं और उनका इस्तेमाल भी करें.वहीं रामपुरा गुर्जर के तोलाराम ने बताया कि उनके गांव में 93 परिवारों ने शौचालय बनाने का काम शुरू कर दिया है और जल्द ही गांव खुले में शौच से मुक्त होगा. गांव वालों के इस सामूहिक प्रयास की सभी सराहना कर रहे हैं.
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