कोटा. प्रतिस्पर्धा के इस युग में छात्र रेस के घोड़ों की तरह दौड़ रहे हैं और उनके माता-पिता उन्हें दौडाए जा रहे हैं. ऐसे में कुछ मासूम ऐसे भी हैं, जो इस रेस में पिछड़ने के डर और माता-पिता की उम्मीदों पर खरा न उतरने की शर्मिंदगी के बोझ तले दबकर, मौत का रास्ता चुन लेते हैं. कोटा में आईआईटी कि तैयारी कर रहे एक छात्र ने पढ़ाई के दबाव में खुदखुशी कर ली.
कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए हर साल हजारों छात्र आते हैं. यहाँ कोचिंग संस्थान द्वारा उन पर इतना दबाव डाला जाता है कि हर साल यहाँ से छात्रों के आत्महत्या की खबर आती है. यूपी निवासी छात्र अमनदीप सिंह ने देर रात को हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह कोटा में राजीव गांधी हॉस्टल में रहकर रेजोनेन्स कोचिंग संस्थान से आईआईटी की तैयारी कर रहा था.
जानकारी के अनुसार अमनदीप की माँ उसे लगातार फोन कर रही थी, लेकिन वह फोन नहीं उठा रहा था. तब उसकी माँ ने अपने बेटे के दोस्त को फोन किया. दोस्त ने जब कमरे में जाकर देखा, तो उसे अमनदीप की लाश पंखे से लटकी दिखी. पुलिस ने अमनदीप के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है. उनके कोटा पहुंचने पर शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
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