जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व श्रवण दिवस, क्या है इसका इतिहास
जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व श्रवण दिवस, क्या है इसका इतिहास
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा प्रतिवर्ष 3 मार्च को विश्व श्रवण दिवस सेलिब्रेट किया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य लोगों को बढ़ रहे बहरेपन के खतरें के प्रति जागरूक करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2022 में विश्व श्रवण दिवस पर इससे जुड़े रिपोर्ट जारी की है इसके आंकड़े सुनकर हर किसी के होश उड़ जाएंगे।

विश्व श्रवण दिवस: पूरे विश्व में 3 मार्च को विश्व श्रवण दिवस सेलिब्रेट किया जाता है। WHO ने चिन्ता जाहिर किया कि 2050 तक 700 मिलियन लोगों को बहरेपन से पीड़ित हो सकते है। लेकिन आज के वक़्त में 400 मिलियन लोगों अपनी सुनने की क्षमता को पूरी तरह से खो चुके है। बताया जाता है कि पुराने वक़्त में लोगों को सुनने की क्षमता जागृत होती थी। इसका उदाहरण हमें महाभारत में एक योद्धा अभिमन्यु को देखकर होता है, जिन्होंने अपनी माँ के पेट से ही युद्ध कौशल सुनकर सीख लिया था।

WHO के कड़े कदम: दुनिया में बढ़ते बहरेपन के मरीजों को देखते हुए सदस्य देशों को सख्त कदम उठाने की बात भी बोल चुका है। अब लोगों को बहरेपन का शिकार न होना पड़े इसके लिए WHO ने कड़े कदम उठाते हुए सदस्य देशों की गवर्नमेंट को इससे जुड़ी योजनाओं को लागू करने की सलाह दी है। 

बहरेपन से कैसे बचा जाये?: WHO का बोलना है कि बहरेपन और कानों से जुड़ी समस्या से बचने के लिए सबसे पहले जरूरी है कि ऊंची आवाज में म्यूजिक सुनना बंद करें। यदि आप को सुनने में समस्या हो रही है तो तुरन्त जांच करवाना चाहिए। अच्छे चिकित्सक से परामर्श ले।

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