चेन्नई: साल 2002 के ऑडिटर राधाकृष्णन हमला मामले में कोर्ट द्वारा कांची शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती और आठ अन्य लोगो को सभी आरोपों से बरी करते हुए, बाइज़्ज़त बरी कर दिया गया है, वही अपनी गवाही से मुकरने वाले गवाह रवि सुब्रमण्यम के खिलाफ अदालत द्वारा मुकदमा चलाया जायेगा,
दरअसल जयेंद्र सरस्वती, कांची मठ के प्रबंधक सुदारेसा अय्यर और कनिष्ठ शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती के भाई रघु सहित अन्य लोगो पर 20 सितंबर 2002 को मठ के पूर्व ऑडिटर एस राधाकृष्णन पर हमला करने का आरोप था, जिसके बाद पुलिस द्वारा हत्या की कोशिश तथा आपराधिक साजिश सहित अपराधों में 2006 मामला दर्ज़ कर कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी गयी थी|
शंकराचार्य पर अभियोजन द्वारा शंकररमन को रास्ते से हटाने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया गया था, जिसकी वजह शंकररमन मठ में कथित अनियमितताओं का ‘खुलासा' करना था, लेकिन अदालत ने उन्हें तथा अन्य को बरी कर दिया|