नई दिल्ली : सीनियर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ के द्वारा बीते बुधवार की रात आगामी चुनावी राज्य पंजाब में पार्टी प्रभारी के पद से इस्तीफा दे दिया गया. सुनने में आ रहा है कि कमलनाथ ने यह इस्तीफा 1984 के सिख विरोधी दंगों में कथित भूमिका संबंधी विवाद को लेकर दिया है. जानकारी में यह बात सामने आई है कि कमलनाथ के द्वारा यह इस्तीफा सीधे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा गया.
हैरत की बात यह देखने को मिली कि कमलनाथ के इस इस्तीफे को तुरंत मंजूर कर लिया. गौरतलब है कि कमलनाथ ने कहा था कि वे वर्ष 1984 के दर्दनाक दंगों को लेकर पैदा गैरजरूरी विवाद के कारण काफी आहत हुए है. इससे पहले 13 जून ही को कमलनाथ को पंजाब और हरियाणा का प्रभारी महासचिव बनाया गया था.
उन्होंने अपने पत्र में यह लिखा कि, "मैं आग्रह करता हूं कि मुझे पंजाब में मेरे पद से मुक्त किया जाए ताकि यह सुनिश्चित हो कि पंजाब से असल मुद्दों से ध्यान नहीं भटके." जानकारी दे दे कि कमलनाथ हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी पद पर ऐसे ही बने रहने वाले है. गौरतलब है कि अकाली दल, BJP और AAP ने इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिख विरोधी दंगों में कमलनाथ की कथित भूमिका को लेकर उन पर तथा कांग्रेस पर हाल ही में निशाना साधा है. इसके बाद कमलनाथ ने इस्तीफा सौंपा है.