इंदौर/मध्यप्रदेश : कुछ समय पूर्व ही शांति के लिए नोबेल पुरस्कार जीतने वाले मध्यप्रदेश के सामाजिक और बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी हाल ही में इंदौर पहुंचे। उन्होंने इस दौरान कहा कि जब तक दुनिया में एक भी बच्चा मजबूर और हिंसा का शिकार है, कोई भी बेटी असुरक्षित है तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा, यही नहीं डीएवीवी के आॅडिटोरियरम में नोबेल पुरस्कार विजेता श्री सत्यार्थी का सम्मान किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इतिहास को केवल पढ़ने से नहीं उससे सीखकर जीवन में उतारने से ही काम बनता है।
यही नहीं उन्होंने छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि छेड़छाड़ की घटनाऐं बहुत बढ़ रही हैं, इस पर गुस्सा करने या बातें करने से कुछ नहीं होगा। जब भी ऐसा कुछ हो गुंडों से भिड़ जाऐं और उन्हें रोकें, मामले में सत्यार्थी ने विद्यार्थियों से कहा कि लव मैरिज करने वालों का मैं समर्थन करता हूं। उन्होंने पूछा कि कौन लव मैरिज करना चाहता है। तब हाथ उठाने वाले एक छात्र को उन्होंने वहां बुलाकर गुलदस्ता देकर उसका स्वागत किया, इस दौरान कहा कि लव मैरिज करने वाले मुझे ई- मेल करें मैं उनकी सहायता करूंगा। नोबल विजेता श्री सत्यार्थी बच्चों के बीच जमीन पर बैठे ओर बच्चों से चर्चा की।