भारत में आयोजित हो रहे 11वें एफआइएच जूनियर विश्व कप में भारतीय जूनियर हॉकी टीम कनाडा के खिलाफ पहले मैच से अपने मिशन का श्री गणेश करेगी. यह टूर्नामेंट लगातार दूसरी बार भारत की मेजबानी में हो रहा है. कनाडा की टीम को भी एक तरह से भारत की टीम कहना ठीक रहेगा क्योंकि कनाडा की टीम में 12 ऐसे खिलाड़ी हैं जो भारतीय मूल के हैं. वर्ल्ड कप के पहले दिन ग्रुप सी की चार टीमों के बीच पहले मैच खेले जाएंगे.
इसमें न्यूजीलैंड और जापान तथा गत चैंपियन जर्मनी और स्पेन के बीच मैच होंगे. इसके बाद ग्रुप डी में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका तथा भारत और कनाडा के बीच मैच होंगे. भारतीय टीम पूल डी में है और उसके साथ इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और कनाडा हैं.
मेजबान टीम भारत दूसरे और तीसरे मैच में 10 दिसंबर को इंग्लैंड तथा 12 दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी. भारत के लिये सबसे बड़ी चुनौती गत चैंपियन जर्मनी होगी. इसके अलावा आस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना भी खिताब की प्रबल दावेदार टीमें है. भारत ने एकमात्र जूनियर विश्व कप 2001 में आस्ट्रेलिया के होबर्ट में जीता था. उसके बाद भारत कभी जूनियर लेवल पर यह कारनामा नहीं दोहरा पाया है.