भारत के एक डेवलपर ने एपल के Sign in with Apple में बड़ा बग ढूंढ़ा है। यह बग एप के साइन-इन ऑथेंटिकेशन से जुड़ा है जिसके बारे में भावुक जैन ने इसी साल अप्रैल में ही एपल को जानकारी दी थी। 27 वर्षीय भावुक जैन ने इस बग के बारे में अपने ब्लॉग में जानकारी दी है।जैन ने दावा है कि एपल ने इस बग को खोजने के लिए उन्हें एक लाख डॉलर्स यानी करीब 75 लाख रुपये दिए हैं। भावुक जैन को यह इनाम एपल के सिक्योरिटी बग प्रोग्राम के तहत मिला है।
एपल ने साल 2019 में थर्ड पार्टी एप्स और वेबसाइट में आसानी से लॉगिन के लिए साइन इन विद एपल की घोषणा की थी।एपल की यह घोषणा फेसबुक और गूगल के साइन-इन को सीधी चुनौती थी, क्योंकि गूगल और फेसबुक आईडी से किसी साइट में लॉगिन करने पर थर्ड पार्टी एप्स और वेबसाइट के साथ प्राइवेट डाटा शेयरिंग को लेकर शिकायतें सामने आती रहती हैं। एपल का दावा है कि एपल आईडी से किसी एप या वेबसाइट में लॉगिन करने पर डाटा चोरी का कोई खतरा नहीं है।
जैन ने साइन इन विद एपल के बग को लेकर दावा किया था कि इसे आसानी से वेबकूफ बनाया जा सकता था और यूजर्स की आईडी से कोई भी साइन इन कर सकता था, हालांकि जैन ने यह भी कहा कि दूसरे के आईडी से साइन इन करना इतना आसान भी था। कोई जानकार ही ऐसा कर सकता था।, हालांकि इस बात की फिलहाल कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है कि इस बग के कारण किसी यूजर्स को निशाना बनाया गया है या नहीं।