नई दिल्ली : रियो पैरालिंपिक में कीर्तिमान रचते हुए पदक जीतकर देश को गोरान्वित करने वाले इंडियन एथलीटों को क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने सम्मानित किया. इस दौरान सचिन के साथ कई कारोबारियों ने भी इन खिलाड़ियों की मदद के लिए एक कोष बनाने की भी बात कही.
बता दे की जिस हालात में इंसान हताश होकर अपनी जिंदगी से हार मान लेता है उन हालातो में इन खिलाड़ियों ने जज़्बे की मिसाल पेश करते हुए पूरी दुनिया के सामने अपना और अपने देश का नाम रोशन किया है. पैरालिंपिक हाईजम्प में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले मेरियप्पन की मां सब्जी बेचकर गुज़ारा करती है. मरियप्पन जब 5 साल के थे तब एक सड़क हादसे में अपने दोनों पेअर गंवा बैठे. वही वरुण भाटी को पोलियो की बीमारी की वजह से अपने दोनों पेअर गंवाना पड़ा.
मेरियप्पन ने 2016 पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक हांसिल किया वही वरुण ने ब्रॉन्ज जीता. ऐसे खिलाड़ियों को सचिन ने सम्मानित किया. इस दौरान सचिन ने कहा ‘जीवन जीने के दो तरीके होते हैं, एक सिक्के के दो पहलू की तरह है, एक यह कि आप सुबह उठें और भगवान के सामने रोएं कि आपने हमें क्या क्या कमी दी है, दूसरा जो मिला उसके लिए उसे शुक्रिया कहें. आप खिलाड़ियों का तहेदिल से शुक्रिया हमें यह बताने के लिए. पूरा देश आपकी खुशी में शरीक था.’