नई दिल्ली। पांच राज्यो के चुनाव परिणाम सामने आने के बाद जहां हर कही ख़ुशी की लहार है वही दूसरी और एक खबर ऐसी है जो इस ख़ुशी को दौगुना कर देगी. दरअसल भारत ने 300 किलोग्राम के हथियार ले जाने में सक्षम ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का आज सफल परीक्षण किया है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑगर्नाइजेशन (DRDO) के अधिकारियों के मुताबिक यह परिक्षण सुबह तक़रीबन 11 बजकर 33 मिनट पर चांदीपुर में इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से एक मोबाइल लॉन्चर से क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया गया.
इस प्रोजेक्ट से जुड़े DRDO के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि यह उत्कृष्ट परीक्षण और एक बड़ी सफलता है. उन्होंने बताया कि यह मिसाइल 300 किलोग्राम के हथियार ले जाने में सक्षम है. यह मिसाइल पहले चरण में ठोस और दूसरे में रैमजेट लिक्विड प्रपोलशन सिस्टम से ऑपरेट होती है. इसे पहले ही आर्मी और इंडियन नेवी में शामिल कर लिया गया है जबकि एयरफोर्स में शामिल करने के लिए इसका टेस्ट अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया कि ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल सीरीज की पहली क्रूज मिसाइल को आईएनएस राजपूत के साथ 2005 में भारतीय नौसेना में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी और अब ये सेना के दो रेजीमेंट में पूरी तरह से संचालनात्मक स्थिति में है.
मिसाइल के वायु प्रक्षेपण और पनडुब्बी प्रक्षेपण संस्करण पर काम चल रहा है. ब्रह्मोस भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित अब तक की सबसे आधुनिक क्रूज मिसाइल है. पिछले साल केंद्र सरकार ने अरुणाचल प्रदेश में ब्रह्मोस के डेप्लॉयमेंट को मंजूरी दे दी है. पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक मीटिंग में 4,300 करोड़ रुपए की लागत के साथ एक नई रेजीमेंट को तैयार करने और फिर उसे चीन के नजदीक अरुणाचल प्रदेश में तैनात करने की मंजूरी दी गई.
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