यूपी के कई इलाकों में मौसम ने ली करवट, फिर शुरू हुआ अंधी और बिजली का कहर
यूपी के कई इलाकों में मौसम ने ली करवट, फिर शुरू हुआ अंधी और बिजली का कहर
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नई दिल्ली: हर दिन देश भर के कोने कोने में बढ़ता जा रहा बीमारियों और आपदाओं का प्रकोप आज हर किसी के लिए बड़ी परेशानी बन चुका है, हर दिन इन बढ़ती आपदाओं का कहर कई लोगों की जान का दुश्मन बन चुका है जंहा देखों वहां से कोई न कोई ऐसा मामला सामने आ ही जाता है जो लोगों के दिल और दिमाग में कोहराम का माहौल पैदा कर रहा है, वही इन आपदाओं के कारण आज पूरा मानवीय जीवन बर्बादी की कगार पर आ चुका है. वहीं पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेश में कई जगह मौसम शनिवार को और बिगड़ गया. बुंदेलखंड और कानपुर के आसपास के जिलों में तेज हवाओं संग बारिश और ओले गिरने से 16 लोगों की जान चली गई. पूरे प्रदेश में आंधी-तूफान के कारण हुए विभिन्न हादसों और बिजली गिरने से कुल 23 लोगों की मौत हुई है. 

जंहा सूत्रों कहना है कि कई शहरों में शुक्रवार रात से ही मौसम बिगड़ने से बड़े-बड़े पेड़ और बिजली के पोल गिर गए. इससे शनिवार तक विद्युत आपूर्ति ठप रही. फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार रविवार को भी प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ आंधी-बारिश हो सकती है. 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी आ सकती है. बुंदेलखंड और कानपुर के आसपास आंधी-बारिश और बिजली गिरने से उन्नाव में सात, कन्नौज में छह, बांदा और कानपुर शहर में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई. कानपुर शहर के बिल्हौर में आंधी-बारिश संग आधा घंटे तक बड़े-बड़े ओले गिरे जिससे फसल चौपट हो गईं. सैकड़ों गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई लोग घायल भी हुए. घाटमपुर में भी जमकर ओलावृष्टि हुई. 

वहीं इस बात का पता चला है कि कानपुर में शनिवार को एक ही दिन में 54.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई. इससे मई माह में बारिश का 43 साल का रिकॉर्ड टूट गया. 1977 में मई में एक ही दिन में 46.6 मिमी बारिश हुई थी. उन्नाव में दोपहर तीन बजे के बाद बारिश के साथ कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई. बुंदेलखंड के बांदा में दोपहर बाद मौसम बदल गया और बारिश संग ओले गिरे. महोबा में देर शाम को तेज आंधी चलने से बिजली के खंभे और तार टूटने से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई. जालौन, हमीरपुर, चित्रकूट में भी बारिश संग कई स्थानों पर ओले गिरे. कानपुर देहात में शनिवार को तेज हवाओं संग बारिश-ओले गिरने से जहां मूंग की फसल को नुकसान पहुंचा, वहीं सब्जी की फसल को फायदा हुआ है. इटावा में शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे आई आंधी-बारिश से कई घरों की दीवारें और छप्पर गिर गए. बिजली के एक दर्जन से ज्यादा खंभे टूटने से शहर की आपूर्ति व्यवस्था बाधित हो गई. फर्रुखाबाद में बीते गुरूवार से शुक्रवार रात तक तेज हवा संग बारिश होती रही. फतेहपुर में दिन में तेज धूप और तपिश के बाद शाम पौने पांच बजे तेज हवा के साथ बारिश हुई, जिससे टिन शेड आदि उड़ गए. औरैया में शुक्रवार की रात व शनिवार को सुबह तक बारिश हुई. हरदोई में भी शनिवार को दिन में कई बार बारिश हुई.

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