बच्चे को हो गया है वायरल फीवर तो अपनाए ये घरेलू उपचार, जल्द मिलेगी राहत
बच्चे को हो गया है वायरल फीवर तो अपनाए ये घरेलू उपचार, जल्द मिलेगी राहत
Share:

बच्चों में बुखार होने की समस्या सबसे ज्यादा देखी जाती है। जी हाँ और सबसे खासकर छोटे बच्चों को बुखार आने पर घर में सभी परेशान रहते हैं। ऐसे में वह कभी नजदीक के दवा दुकान से दवा खरीदकर खिला देते हैं, या हॉस्पिटल की ओर भागते हैं। जी हाँ और कई बार साधारण बुखार होने पर भी माता-पिता को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन आप चाहे तो कुछ घरेलू उपायों को आजमा सकते हैं। आज हम आपको उन्ही के बारे में बताने जा रहे हैं।

बच्चों के बुखार का घरेलू उपचार-

सेब के सिरके से- गरम पानी में थोड़ा सा सेब का सिरका मिला लें। उसके बाद इसमें कपड़ा भिगाकर निचोड़ लें। इसे बच्चे के शरीर को पोछें।

गिलोय- गिलोय का रस बुखार के लिए रामबाण दवा है। आप बच्चे को 100-120 मि।ली। की मात्रा में गिलोय के रस में थोड़ा-सा शहद मिलाकर, दिन में तीन बार पीने को दें।

अदरक- अदरक को पीसकर रस निकाल लें। उसके बाद आधा चम्मच रस में थोड़ा-सा शहद मिलाकर बच्चें को चटाएं। इससे बुखार उतर जाता है।

जायफल- जायफल को पीसकर नाक, छाती और सिर पर लेप करें। जी हाँ क्योंकि यह शिशु को बुखार होने पर बहुत अधिक लाभ पहुंचाता है।
तुलसी- 12 तुलसी की पत्तियां, एक छोटा टुकड़ा अदरक, 2-3 लौंग, 3-4 काली मिर्च और इलायची को एक गिलास पानी में डालकर उबालें। उसके बाद इसमें थोड़ा सा गुड़ डालकर 5-6 मिनट के लिए उबालें। इसे ठण्डा करके रख लें। रात को सोने से पहले प्रयोग करें। आप तुलसी की पत्तियों को पीसकर रस निकाल लें और आधे-आधे चम्मच की मात्रा में रस बच्चे को दिन में दो बार पिलाएं।

काली मिर्च- दो काली मिर्च और तुलसी के दो पत्तियों को पीस कर शहद के साथ मिलाकर, बच्चे को दिन में 2-3 बार चटाएं। ऐसा करने से बुखार में आराम मिलता है।

कुटकी- दो चुटकी कुटकी चूर्ण को शहद के साथ बच्चे को सुबह-शाम चटाएं। बुखार ठीक हो जाता है। इसके अलावा कुटकी का चूर्ण मिश्री या शहद के साथ चाटने से बच्चों को बुखार में आराम मिलता है। इसी के साथ आप चाहे तो कुटकी को पानी में पीसकर लेप बना लें। इस लेप को बच्चे के शरीर पर लगाने से बुखार ठीक हो जाता है।

बच्चों के बुखार का इलाज करने के लिए अन्य घरेलू उपाय-
आप ठंडे पानी में पट्टियां भिगाकर बच्चे के माथे पर रखें। इन्हें थोड़ी-थोड़ी देर में बदलते रहें।
आप बच्चे को पानी और तरल पदार्थ उचित मात्रा में दें।
अपने शिशु के पैरों के तलवे में जैतून के तेल की मालिश करें।

नोट: इन घरेलू उपचारों के भरोसे न रहे, अगर बच्चे को 2 दिन में आराम ना लग रहा हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं

तेजी से कैलोरी बर्न करती है स्किपिंग लेकिन इन लोगों के लिए है जानलेवा

इन लोगों को घी खाने से करना चाहिए परहेज

बारिश में परेशान करती है दाद-खाज-खुजली, लगाए नीम-हल्दी और एलोवेरा

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -