भोपाल: राज्य में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों नियमितीकरण को लेकर हड़ताल पर है, जिसका सरकार के पास कोई हल नहीं है, सरकार का कहना है की पहले सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मियों हड़ताल से वापस आये फिर उनसे बात की जाएगी, और अगर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी हड़ताल खत्म नहीं की तो सरकार उन पर एस्मा का इस्तेमाल करने के बारे में सोच रही है.
यह कहना है विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का जो की राजधानी में एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे, उन्होंने यह भी कहा की संविदा स्वास्थ्य कर्मियों से हड़ताल ख़त्म करने को लेकर बातचीत चल रही है, जल्द ही कोई फैसला होने की उम्मीद है, संविदा स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अपनी हड़ताल पर अड़े रहने की स्तिथि में सरकार एस्मा का प्रयोग कर इस हड़ताल को विराम देगी.
इतने लम्बे समय से चली आ रही इस हड़ताल से कई स्वास्थ्य समस्याए आ रही है, क्या है एस्मा? आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (एस्मा) हड़ताल को रोकने हेतु एस्मा लगाया जाता है। एस्मा लागू करने से पूर्व इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को किसी समाचार पत्र या अन्य माध्यम से सूचित किया जाता है। एस्मा का नियम अधिकतम 6 माह के लिए लगाया जा सकता है. एस्मा लागू होने के उपरान्त यदि कर्मचारी हड़ताल पर जाता है तो वह अवैध एवं दण्डनीय है।