उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार 6 मार्च को जानकी नवमी के अवसर पर रामायण के वैश्विक विश्वकोश का विमोचन करेंगे। यह दुनिया भर के राम भक्तों के लिए एक अनूठा उपहार माना जाता है। अयोध्या शोध संस्थान द्वारा तैयार रामायण के ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया के संस्करण को भी ई-बुक के रूप में लॉन्च किया जाएगा।
विश्वकोश का पहला संस्करण अंग्रेजी भाषा में जारी किया जाएगा। एक महीने बाद, हिंदी और तमिल भाषाओं में पहला संस्करण प्रकाशित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग, विदेश मंत्रालय के सहयोग से, दुनिया के 205 देशों के रामायण की मूर्त और अमूर्त विरासत को मिलाकर इस मेगा परियोजना में शामिल है। इसके लिए विभाग द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था जिसमें पश्चिम बंगाल, असम, केरल, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दिल्ली के 70 विद्वान शामिल थे।
उत्तर प्रदेश के संस्कृति निदेशक शिशिर के अनुसार, रामायण विश्वकोश को 200 खंडों में प्रकाशित करने की योजना है। इसके लिए अयोध्या शोध संस्थान ने देश और दुनिया भर के संपादकों और सलाहकारों का एक बोर्ड बनाया है। पहले संस्करण को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर द्वारा डिजाइन किया गया है। रामायण का प्रकाशन उड़िया, मलयालम, उर्दू और असमिया भाषाओं में भी जारी की जाने वाली है और इसके साथ ही वैश्विक रामायण विश्वकोश का पहला संस्करण भी प्रकाशित होगा।
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