नई दिल्ली: जल्द ही देश को अपना पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) मिलना तय हो चूका है. वही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के नेतृत्व वाली उच्च स्तरीय क्रियान्वयन समिति ने इस मामले पर अपनी रिपोर्ट सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) को सौंप दिया है. अब सीसीएस जल्द ही सेना के तीनों अंगों और सरकार को आपस में जोड़ने वाले सिंगल प्वाइंट की भूमिका वाले इस पद पर नियुक्त पाने वाले पहले अधिकारी का नाम तय किया जाएगा.
वही सूत्रों के मुताबिक, डोभाल की अध्यक्षता वाली समिति ने सरकार से सीडीएस के पद पर नियुक्ति के लिए 64 साल की अधिकतम आयु सीमा तय करने की सिफारिश की गई है. जंहा साथ ही यह भी बताया है कि प्रोटोकॉल में सीडीएस के पद को सेना के तीनों अंगों के वर्तमान सर्वोच्च अधिकारियों से एक रैंक ऊपर और कैबिनेट सचिव से एक रैंक नीचे का रखा जाए. वही इस पद पर तैनात अधिकारी चार सितारों वाला जनरल हो सकता है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले पर झंडारोहण के दौरान अहम सैन्य सुधार के तौर पर तीनों सेनाओं के मुखिया के तौर पर सीडीएस की नियुक्ति करने की घोषणा की थी. प्रधानमंत्री की घोषणा के कुछ ही दिन के अंदर एनएसए डोभाल के नेतृत्व में क्रियान्वयन समिति गठित कर दी गई थी, जिसे सीडीएस की जिम्मेदारियां और इस पद पर नियुक्ति के दिशा-निर्देश तय करने की जिम्मेदारी दी गई थी. सूत्रों का कहना है कि इस समिति ने अपने हिस्से का जमीनी कार्य पूरा कर लिया है और अगले तीन सप्ताह में दिशा-निर्देशों की फाइनल रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाने वाली है.
जनरल रावत का दावा सबसे मजबूत: वही देश के पहले सीडीएस के तौर पर नियुक्त होने के लिए वर्तमान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का दावा सबसे मजबूत माना गया है. जंहा जनरल रावत अगले महीने 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं और वही शीर्ष सरकारी सूत्रों का कहना है कि सरकार उन्हें पहला सीडीएस नियुक्त करने का निर्णय कर चुके है.
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