लखनऊ: हाल में लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह के एनकाउंटर को उलेमा काउंसिल द्वारा फर्जी करार दिए जाने के बाद उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर मदनी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. आमिर मदनी ने सैफुल्लाह के मारे जाने पर बयान देते हुए कहा था कि यह मुडभेट फर्जी थी. जिसके बाद उनके इस बयान पर उत्तर प्रदेश एडीजी लॉ एंड आर्डर ने मौलाना आमिर मदनी के खिलाफ केस दर्ज करने को लेकर कानपुर एसएसपी को निर्देश दिए थे. जिसमे उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर राशिद पर केस दर्ज किया गया है.
बता दे कि हाल में लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में एक संदिग्ध आतंकवादी के होने कि सुचना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस तथा एटीएस द्वारा कि गयी कार्यवाही में उसे मार गिराया था जिसका नाम सैफुल्लाह बताया गया है. वही एनकाउंटर से पहले उसे आत्मसमर्पण करने को कहा गाय था, किन्तु उसके ऐसा नही करने पर उसे मार दिया गया था, आतंकी सैफुल्लाह के पास से हथियर और अन्य अवैध सामग्री बरामद की गयी थी.
उलेमा काउंसिल के मौलाना आमिर राशिद ने इस बारे में कहा था कि यह सब सोची समझी साजिश है. और यह एनकाउंटर पूरी तरह से फर्जी है. उनके इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश एडीजी लॉ एंड आर्डर ने मौलाना आमिर राशिद के खिलाफ केस दर्ज करने को लेकर कानपुर एसएसपी को निर्देश दिए थे, जिसमे इस तरह की बात कहे जाने पर उनके खिलाफ कार्यवाही करने को कहा था, जिसके बाद आमिर मदनी के खिलाफ केस दर्ज किया गया.
उलेमा काउंसिल ने सैफुल्लाह एनकाउंटर को दिया फर्जी करार, खड़ा हुआ विवाद
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