उर्दू की प्रसिद्ध लेखिका हमीदा सालिम का 93 वर्ष की आयु में हुआ निधन
उर्दू की प्रसिद्ध लेखिका हमीदा सालिम का 93 वर्ष की आयु में हुआ निधन
Share:

नई दिल्ली: खबर आ रही है की उर्दू की प्रसिद्ध लेखिका हमीदा सालिम का 93 वर्ष की आयु में रविवार को निधन हो गया. ऐसा माना जा रहा था की वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थी. हमीदा सालिम ने कई किताबे लिखी है तथा वे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से पहली महिला स्नातकोत्तर थी. हमीदा ने 'शौरिस-ए-दौरां', 'हम साथ थे', 'परछाइयों के उजाले' और 'हरदम रवां जिंदगी' जैसी प्रमुख किताबे लिखी हैं. हमीदा गीतकार जावेद अख्तर की मौसी व मशहूर शायर मजाज लखनवी और उर्दू साहित्याकार सफियां जां निसार अख्तर की बहन थी. उनका जन्म 1922 में यूपी के बाराबंकी जिले में रूदौली गांव के एक जमींदार परिवार में हुआ था. हमीदा ने यूपी के लखनऊ में स्थित IT कॉलेज से बीए और AMU से स्नातकोत्तर की पढ़ाई की थी. 

हमीदा ने यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री भी हासिल की थी. अपने भाई की मौत के बाद हमीदा ने पहली बार कलम उठाई व जग्गन भैया के नाम का एक बेहतरीन लेख लिखा. हमीदा के परिवार में उनके पति अबू सालिम, बेटी डॉक्टर सुंबुल वारसी और बेटे इरफान सालिम हैं. परिवार ने जानकारी में बताया की हमीदा ने जामिया नगर में अपने घर पर दिन में करीब साढ़े तीन बजे अंतिम सांस ली. इस दौरान अनेक ख्यात लेखको ने उनके निधन पर शोक व्यक्त कर उन्हें श्रध्दांजलि दी. उनको सोमवार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -