नई दिल्ली : पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल बलराम जाखड़ का आज सुबह करीब 7 बजे निधन हो गया। कांग्रेस के लिए इसे एक बड़ी क्षति माना जा रहा है। बलराम जाखड़ का पार्थिव देह फिलहाल दिल्ली में उनके निवास पर रखा गया है। दरअसल बलराम जाखड़ कांग्रेस के प्रमुख नेता थे और 1980 से 1989 तक लोकसभा अध्यक्ष भी रहे। उनके नेतृत्व में लोकसभा में कार्रवाईयों का संचालन प्रभावी तरीके से हुआ। पूर्व राज्यपाल डाॅ. बलराम जाखड़ की पार्थिव देह को गुरूवार को पंजाब राज्य के अबोहर में लोगों के दर्शनार्थ रखा जाएगा। उनके परिवार में उनके पुत्र और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ के अलावा एक अन्य पुत्र और दो पुत्रियां हैं।
दरअसल पूर्व राज्यपाल बलराम जाखड़ के मस्तिष्क में आघात लग गया जिसके कारण उनकी तबियत खराब हो गई। बाद में अस्पताल में उनके अंतिम सांस लेने की जानकारी सामने आई। मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल डाॅ. बलराम जाखड़ का जन्म 23 अगस्त 1923 को फिरोजपुर जिले के पंचकोसी ग्राम में हुआ था। उन्होंने सीकर से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की ओर से लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया था।
वर्ष 1980 से 10 साल तक वे लोकसभा के अध्यक्ष रहे। वे एक जाट परिवार से थे। इसके बाद भी उन्होंने विद्या अध्ययन में रूचि बनाए रखी। वे पढ़ाई में कुशाग्र थे। उन्होंने फोरमैन क्रिश्चियन काॅलेज, लाहौर से संस्कृत में उपाधि प्राप्त की। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू और पंजाबी भाषा का भी अच्छा ज्ञान प्राप्त किया।
उनके पुत्र सज्जन जाखड़ पंजाब में पूर्व मंत्री के तौर पर जाने जाते हैं। पूर्व राज्यपाल बलराम जाखड़ को तत्कालीन राष्ट्रपति ने बलराम जाखड़ को उद्यान पंडित की उपाधि प्रदान की। उनके निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और दूसरे कांग्रेस नेताओं ने शोक जताया है।