देशभर में जारी है गर्मी का असर, पारा पहुंचा 50 डिग्री पर
देशभर में जारी है गर्मी का असर, पारा पहुंचा 50 डिग्री पर
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हैदराबाद : आंध्रप्रदेश-तेलंगाना के साथ देशभर में कुछ दिनों तक गर्मी का कहर जारी रखा गया है। तेज़ गर्मी के बीच मौसम विशेषज्ञों ने आंध्रप्रदेश और देश के दक्षिणी राज्यों में तापमान लगभग 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की चेतावनी दी गई है। दूसरी ओर इसका सबसे बड़ा कारण वातावरण परिवर्तन समझा जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार वातावरण परिवर्तन के चलते ग्लोबल एवरेज की तुलना में यह तापमान काफी अधिक हो गया है। इस बीच 1.5 डिग्री से लेकर 2 डिग्री तक तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 

मिली जानकारी के अनुसार आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में गर्मी का जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है। इस दौरान सुबह करीब 9.30 बजे से ही तेज धूप से लोग हलकान हो जाते हैं। गर्मी और लू की चपेट में आने से देशभर में मरने वालों की तादाद 1826 तक पहुंच गई है। आलम यह है कि लोग पसीने से बेहाल हो रहे हैं। तो दूसरी ओर लोग दिन के समय बाहर निकलने से भी परहेज करने लगे हैं। गर्मी से निजात पाने के लिए लोग शीतलपेयों का सहारा ले रहे हैं। 

यही नहीं सबसे ज्यादा परेशानी आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के अतिरिक्त उत्तर भारत के राज्यों में महसूस की जा रही है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस वर्ष बीते समय के अलावा बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी और हवाओं के साथ दक्षिण और मध्यभारत में तो महसूस नहीं किया गया लेकिन संभावना जताई जा रही है कि रोहिणी के इस दौर में कहीं - कहीं कम बारिश की संभावनाऐं जताई जा रही हैं। 

मिली जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश की संभावना जताई जा रही है। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्लाईमेट चेंज पैनल के प्रमुख सदस्य नितिन देसाई ने कहा कि मामले को लेकर कई तरह के प्रमाण मिले हैं। जिसमें कहा गया है कि देश के दक्षिणी क्षेत्र में तापमान में बढ़ोतरी हो गई है।

जिसके पीछे का कारण वातावरण में बदलाव कहा जा रहा है। दिल्ली में तापमान में कमी आई,मगर तापमान और धूल बढ़ने से हवा में प्रदूषण मात्रा भी अधिक हो गई। शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स का लेवल उच्चतम स्तर को पार कर गया। इंडेक्स में इसमें सबसे अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मिली जानकारी के अनुसार हवा में टाॅक्सिक ओज़ोन गैस का स्तर अधिक बताया जा रहा है यही नहीं बीते सप्ताह वह दिल्ली की हवा को अधिक प्रदूषित कर रहा है। पुणे के चेस्ट रिसर्च फाउंडेशन के प्रमुख डाॅ. संदीप साल्वी के अनुसार ओज़ोन और पीएम 2.5 एक साथ बढ़ने से विभिन्न बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

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