नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने लगभग 130 करोड़ देशवासियों को कोरोना की वैक्सीन देने के लिए 50,000 करोड़ रुपये का प्रबंध किया है. सरकार का अनुमान है कि एक शख्स को टीका देने के लिए लगभग 385 रुपये खर्च होंगे. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में इस बात को लेकर दावा किया गया है. ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से जानकारी देते हुए बताया है कि यह राशि इस वित्त वर्ष के अंत यानी 31 मार्च तक के लिए निर्धारित की गई है.
सरकार का अनुमान है कि प्रत्येक व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन के दो इंजेक्शन देने होंगे. एक इंजेक्शन पर लगभग 150 रुपये की लागत आएगी. इसके अलावा बाकी स्टोरेज, ट्रांसपोर्टेशन आदि मिलाकर एक शख्स को कोरोना वैक्सीन के दो इंजेक्शन देने पर लगभग 385 रुपये खर्च होंगे. सरकार की एक समिति का कहना है कि भारत में कोरोना का चरम जा चुका है और फरवरी 2021 तक यह काबू में आ जाएगा. उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण भारत की इकॉनमी को काफी नुकसान पहुंचा है. जून तिमाही में देश की जीडीपी में लगभग 24 फीसदी की भारी गिरावट आई थी.
आपको बता दें कि विश्व के कई देशों में कोविड-19 के कई टीकों का ट्रायल चल रहा है. भारत में भी सीरम इंस्टीट्यूट और डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के द्वारा कोरोना के टीके का ट्रायल हो रहा है और अगले साल की शुरुआत में टीका बाजार में आने की संभावना है.
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