नई दिल्ली: सोमवार को दिल्ली के राजेंद्र प्लेस स्टेशन पर हुई 12 लाख की लूट में पुलिस अँधेरे में हाथ –पैर मार रही है, क्योंकि उसे अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. लगता है इस लूट की साजिश के तार भीतर से लेकर बाहर तक फैले हैं. इस घटना ने मेट्रो स्टेशनों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिया है
कैसे हुई घटना – सोमवार की सुबह सुरक्षा व्यवस्था के बीच दो बदमाश राजेंद्र प्लेस स्टेशन में चाकू लेकर दाखिल हुए.कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज करने के बहाने घुसे और वहां मौजूद कुणाल किशोर नामक कर्मचारी को घायल कर 12 लाख लूट कर फरार हो गये. बदमाशों ने मात्र 19 मिनट में वारदात को अंजाम देकर 5.34 बजे गेट नम्बर एक से फरार हो गये.
सीसीटीवी भी फ़ैल – सीसीटीवी फुटेज के अनुसार बदमाश सुबह 5.15 पर गेट नम्बर दो से अंदर घुसे थे. शातिर बदमाश चेहरों पर मास्क लगाकर आये थे ताकि चेहरे पहचान में न आ सके. मास्क लगे होने से बदमाशों की पहचान में दिक्कत आ रही है.
लम्बे है साजिश के तार – इस घटना में मेट्रो स्टाफ की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता है,क्योंकि कई बातें इस ओर इशारा कर रही हैं. जैसे बदमाशों को कलेक्शन की जानकारी होना, बदमाशों का चाक़ू के साथ मेट्रो में दाखिल होना और मेट्रो स्टाफ को चाक़ू मारे जाने पर उसकी चिल्लाने की आवाज किसी ने नहीं सुनना कई संदेहों को जन्म दे रहा है. लगता है इस लूट की साजिश के तार दूर तक फैले हैं.