लखनऊ : यूं भले ही बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि के उत्पाद अब देशभर में लोकप्रिय होने लगे है और इन उत्पादों की बिक्री में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन दारूल उलूम ने अब गोमूत्र उत्पादों को इस्तेमाल न करने की ताकीद देते हुये इन उत्पादों के खिलाफ फतवा जारी कर दिया है। फतवा जारी करते हुये गोमूत्र के उत्पादों को न केवल नाजायाज करार दिया गया है वहीं मुस्लिमों से इसके उपयोग करने पर भी मनाही की है। बताया गया है कि दारूल के पहले भी तौहीद जमात की ओर से इसी तरह का फतवा जारी किया गया था। तौहीद जमात का कामकाज तमिलनाडू में है तथा इसका फतवे का असर वहां देखा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार जमात के इस फतवे के समर्थन में देवबंद के उलेमाओं ने भी हाॅं में हाॅं मिलाई थी। इधर बुधवार को जारी फतवे में यह कहा गया है कि यदि किसी सामग्री में गोमूत्र की मात्रा होती है तो वह इस्तेमाल करने योग्य नहीं है और इसके लिये हमारा धर्म अनुमति नहीं देता। फतवे में गोमूत्र के उत्पादों को धार्मिक सिद्धांतों के खिलाफ भी बताया गया है। फतवे का असर कितना होता है, इसका खुलासा तो जल्द ही हो जायेगा, लेकिन अभी फतवे के मामले में पंतजलि की ओर से किसी तरह का बयान नहीं आया है।
आपको बता दें कि योग गुरू बाबा रामदेव द्वारा संचालित पंतजलि की ओर से न केवल गोमूत्र से बनी विभिन्न दवाईयों और सामग्रियों का उत्पादन किया जाता है वहीं बिस्कुट से लेकर आटा और आटे से लेकर अन्य सभी घरेलू उपयोगी सामग्री का निर्माण भी किया जा रहा है।